डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब (Punjab) के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा ने आज सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक, धार्मिक और गैर-सरकारी संगठनों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ लड़ाई में पंजाब सरकार (Punjab Government) का साथ दें और एक साझा फ्रंट बनाकर प्रदेश को पूरी तरह नशा मुक्त करने में योगदान दें।
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वह आज यहां नशे के खात्मे के लिए गठित 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी की उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। अमन अरोड़ा ने कहा, “यह पंजाब के 3 करोड़ नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें सभी को एकजुट होकर पूरी ताकत के साथ नशे के खिलाफ लड़ना चाहिए।” उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के सहयोग के बिना अकेली राज्य सरकार और पुलिस, पिछली सरकारों द्वारा पैदा की गई इस दलदल से पंजाब को नहीं निकाल सकती।
एकजुट होकर इस समस्या से बाहर निकल सकते
अमन अरोड़ा ने आशा व्यक्त की कि यदि हम एकजुट होकर कार्य करें, तो पंजाब को इस समस्या से बाहर निकाल सकते हैं और ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुरूप पंजाब को एक स्वस्थ और खुशहाल राज्य बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने राज्य से नशे के संपूर्ण उन्मूलन के लिए व्यापक 360-डिग्री कार्य योजना तैयार की है।
नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे
इस योजना में नशाग्रस्त व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में पुनः शामिल करने के लिए रोकथाम, उपचार और पुनर्वास उपाय भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जहां पुलिस अधिकारी नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, वहीं उन्हें नशाग्रस्त व्यक्तियों को मरीज के रूप में देख कर उनके प्रति सहानुभूति रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
यह लड़ाई हम मिलकर जीत
नशे के व्यक्ति, परिवारों और संपूर्ण समाज पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “यह एक ऐसी लड़ाई है जिसे हम मिलकर ही जीत सकते हैं। इस गंभीर समस्या को प्रभावी ढंग से हल करने के लिए हमें सामूहिक शक्ति और संकल्प की आवश्यकता है।”
अमन अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि जब तक पंजाब से नशे को पूरी तरह खत्म नहीं कर दिया जाता, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि “यह गुरुओं, पीरों, फकीरों, संतों और योद्धाओं की धरती पंजाब के अस्तित्व का सवाल है।” पिछली सरकारों ने अपने निजी स्वार्थों के चलते जानबूझकर पंजाब को इस दलदल में धकेला। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि “या तो नशा तस्करी छोड़ दो, या फिर पंजाब छोड़ दो, अन्यथा इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।”


