डेली संवाद, चंडीगढ़/संगरूर/बरनाला। Punjab News: पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज पंजाब सरकार (Punjab Govt) द्वारा चलाई जा रही नशा विरोधी मुहिम ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के तहत संगरूर और बरनाला जिलों के सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्रों के कार्यों की समीक्षा की। मंत्री ने इन जिलों के जिला प्रशासनिक अधिकारियों और निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों के संचालकों के साथ भी बैठकें कीं।
यह भी पढ़ें: कनाडा में नई मुसीबत, रद्द होंगे स्टडी और वर्क परमिट, जाने कारण
डॉ. बलबीर सिंह (Dr. Balbir Singh) ने कहा कि नशे की समस्या को पूरी तरह खत्म करना ही लक्ष्य नहीं है, बल्कि पंजाब सरकार एक कदम आगे बढ़कर नशे के आदी मरीजों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कौशल-आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर रही है, ताकि वे दोबारा मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
नशे की तस्करी पर नजर रखेंगी
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, हर गांव में जल्द ही 15 सदस्यीय समितियां गठित की जाएंगी, जो युवाओं को नशे के घातक प्रभावों के प्रति जागरूक करेंगी और अपने क्षेत्रों में नशे की तस्करी पर नजर रखेंगी। मंत्री ने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे तस्करी बंद कर दें, अन्यथा उनका स्थान जेल की सलाखों के पीछे होगा।
उन्होंने आगे कहा कि नशे की आदी महिलाओं के लिए अलग वार्ड बनाए जाएंगे, ताकि उनके साथ सम्मानजनक तरीके से व्यवहार किया जा सके। डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि इस अभियान को समाज के हर वर्ग का सकारात्मक समर्थन मिल रहा है, और आने वाले कुछ महीनों में पंजाब से नशे का पूरी तरह सफाया कर दिया जाएगा।