डेली संवाद, वाराणसी/नई दिल्ली। Nidhi Tewari: PM Narendra Modi Private Secretary Story- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की पहली महिला प्राइवेट सैक्रेटरी निधि तिवारी जायसवाल (Nidhi Tewari Jaiswal) का नाम इस समय सोशल मीडिया प्लेटफार्म ले लेकर देश दुनिया के अखबारों और ब्यूरोक्रेसी में चर्चा कि विषय बना हुआ है। आईए निधि तिवारी जायसवाल के बारे में विस्तार से डेली संवाद के इस लेख में जानते हैं।
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दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी (वाराणसी) की बहू और IFS अधिकारी निधि तिवारी जायसवाल (Nidhi Tewari Jaiswal) को अपना प्राइवेट सेक्रेटरी बनाया है। PM रहते मोदी के 11 साल के कार्यकाल में ये पहली बार है, जब प्राइवेट सेक्रेटरी महिला है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और अजित डोभाल की टीम में काम करने के कारण निधि तिवारी जायसवाल सीधे पीएमओ में पहुंचीं।
BHU में सुशील जायसवाल से प्यार
निधि तिवारी जायसवाल की ससुराल काशी के महमूरगंज इलाके की श्रीरामनगर कालोनी में हैं। जहां इस समय जश्न का माहौल है। निधि तिवारी जायसवाल दिल्ली में हैं, जबकि उनके पति डॉ. सुशील जायसवाल काशी में है। डॉ. सुशील जायसवाल ने निधि तिवारी से प्यार और शादी का सफर विस्तार से बताया। शादी के 7 साल बाद निधि ने IFS क्वालिफाई कैसे किया? स्टूडेंट लाइफ में मुलाकात से जिंदगी कैसे कामयाबी की सीढ़ी चढ़ती चली गई।
ऐसे शुरू हुई निधि की लव स्टोरी
निधि तिवारी लखनऊ की रहने वाली हैं। ग्रेजुएशन के बाद वे BHU में पढ़ाई करने आईं। 2005 में उन्होंने M.Sc. बायोकेमिस्ट्री में एडमिशन लिया। हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थीं। उनके पति, डॉ. सुशील जायसवाल मेडिकल स्टूडेंट थे। दोनों की लैब में कभी-कभी मुलाकात होती थी। यहीं से दोनों में बातचीत शुरू हुई। फिर धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। दिसंबर, 2006 में दोनों ने शादी कर ली।
डॉ. सुशील जायसवाल बताते हैं कि मैं तो 1999 से BHU का छात्र रहा हूं, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन वहीं से किया। फिर निधि से शादी हो गई। उसने पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद वैज्ञानिक बनने की तैयारी शुरू कर दी। 2007 में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में उनका सिलेक्शन हो गया और महाराष्ट्र में जाकर जॉइन कर लिया। लेकिन, उनका मन तो ब्यूरोक्रेसी में कुछ बड़ा करने का था।
UPSC में ऐसे हुईं सिलेक्ट
डॉ. सुशील जायसवाल के मुताबिक हमें 2008 में बेटा हुआ। निधि घर आ गई थीं। यहां रहते हुए निधि ने अपनी नई मंजिल की तैयारी शुरू कर दी। 2008 में उन्होंने UPPSC की परीक्षा पहली बार दी। उनका असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर चयन हुआ। करीब 2 साल तक उन्होंने जॉब की। 2013 में निधि ने पहली बार UPSC का फॉर्म भरा। घर से तैयारी नहीं हो पा रही थी, तो वे दिल्ली शिफ्ट हो गईं। पहले अटेम्प्ट में ही उन्होंने IAS क्वालिफाई किया।
डॉ. सुशील ने बताया- निधि की रैंक कम होने के चलते उन्हें भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS) में जगह मिली, मगर उन्होंने जॉइन नहीं किया। उनका सपना तो IFS या IAS बनने का था। इसके बाद 2013 में उन्होंने दोबारा आवेदन किया। इस बार जरनल कैटेगरी में 96वीं रैंक आई। ऑप्शन में IFS भरते ही निधि का सपना पूरा हो गया।
पहली पोस्टिंग कहां हुई
2017 में निधि को विदेश मंत्रालय (दिल्ली) में डेस्क पर पोस्टिंग मिली थी। इसके बाद वियना (ऑस्ट्रिया) में मिली। यहां उन्हें 2 साल यानी 2019 तक रखा गया। वे UN के देशों के साथ भारत का अलग-अलग मुद्दों पर समन्वय बनाने की जिम्मेदारी निभा रही थीं।
डॉ. सुशील वाराणसी के जाने-माने सर्जन
डॉ. सुशील जायसवाल वाराणसी के नामचीन लेप्रोस्कोपी सर्जन हैं। आर्थो में घुटना प्रत्यारोपण के अलावा सिर और गले की सर्जरी करते हैं। वे एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्ट हैं। श्रीरामनगर कॉलोनी में उनका क्लिनिक है।
22 साल का अनुभव रखने वाले डॉ. सुशील जायसवाल को एम्स दिल्ली, सर गंगाराम दिल्ली, लखनऊ और वाराणसी के अलावा कई शहरों में लेप्रोस्कोपी की सर्जरी और ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है।
गोल्ड मेडलिस्ट रहीं निधि
लखनऊ यूनिवर्सिटी से 2004 में बायोकेमिस्ट्री से B.Sc. में डिग्री ली, उन्हें गोल्ड मेडल मिला। 2007 में BHU बायोकेमिस्ट्री से पास होने पर गोल्ड मेडलिस्ट के खिताब से नवाजी गईं।
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में वैज्ञानिक की ट्रेनिंग में भी निधि ने गोल्ड मेडल जीता और सबसे पहला स्थान पाया।
IFS ट्रेनिंग सेंटर मसूरी में भी उन्हें गोल्डमेडल से नवाजा गया। ट्रेनिंग में भी टॉपर रही निधि पर सभी की नजर रहीं।
निधि पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी रहीं
निधि तिवारी जायसवाल नवंबर, 2022 से प्रधानमंत्री कार्यालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर थीं। इससे पहले, उन्होंने विदेश मंत्रालय के डिस-आर्मामेंट एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी अफेयर्स डिवीजन में अंडर सेक्रेटरी के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं।
PMO में डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान निधि तिवारी ने ‘विदेश और सुरक्षा’ वर्टिकल में काम किया, जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को रिपोर्ट करता है। इस दौरान उन्होंने विदेश मामलों, परमाणु ऊर्जा, सुरक्षा मामलों और राजस्थान राज्य से संबंधित मुद्दों पर काम किया।