डेली संवाद, चंडीगढ़। Study In Abroad: अगर आप भी विदेश में पढ़ाई करने के चाहवान है तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। दरअसल आज हम आपको उन देशों के बारे में बताने जा रहे है यहां आपको पढ़ाई पूरी करने पर डिग्री के साथ वर्क वीजा (Work Visa) मिलता है।
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बता दे कि भारत में बहुत सारे ऐसे बच्चे है जो सुनहरे भविष्य के लिए विदेश की तरफ अपना रुख करते है लेकिन वह असमंजस में पड़ जाते है कि वह आखिकार कौनसे देश में अप्लाई करें यहां उसको पढ़ाई के बाद काम करने का भी अच्छा मौका मिले।
हम आपको उन देशों में बताने जाने लगे है यहां अगर आप पढ़ाई करते है तो आपको पढ़ाई पूरी करने पर डिग्री के साथ साथ वहां का वर्क वीजा भी मिलेगा। जिसके बाद आप वहां पर नौकरी के बेहतर अवसर भी मिलते हैं।
ब्रिटेन
ब्रिटेन में पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को ‘ग्रेजुएट रूट वीजा’ मिलता है, जिससे वे दो साल तक देश में रहकर नौकरी कर सकते हैं। पीएचडी की डिग्री होने पर यह वीजा तीन साल तक वैध रहता है, जिससे करियर की शुरुआत करना आसान हो जाता है।
कनाडा
कनाडा (Canada) में पढ़ाई के बाद छात्रों को ‘पोस्ट ग्रेजुएट वर्क परमिट’ (PGWP) मिलता है, जो उन्हें तीन साल तक देश में रहने और काम करने की अनुमति देता है। इस वीजा से PR यानी परमानेंट रेजिडेंसी का रास्ता भी खुलता है। बता दें कि कनाडा में कई टॉप यूनिवर्सिटीज हैं, जहां बड़ी संख्या में भारतीय पढ़ते हैं।
न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड का पोस्ट स्टडी वर्क वीजा छात्रों को तीन साल तक काम करने की सुविधा देता है। यहां की शांत और दोस्ताना जीवनशैली, सुंदर प्रकृति और प्रोफेशनल अवसर छात्रों को आकर्षित करते हैं। यहां की यूनिवर्सिटीज भी ग्लोबल रैंकिंग में शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में विदेशी छात्रों को ‘टेम्परेरी ग्रेजुएट वीजा (Subclass 485)’ मिलता है, जिससे वे 18 महीने से लेकर चार साल तक देश में रह सकते हैं। इस दौरान वे अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर सकते हैं और रियल-वर्ल्ड एक्सपीरियंस हासिल कर सकते हैं।
जर्मनी
जर्मनी भी पढ़ाई के बाद काम करने की अनुमति देता है। वहां पोस्ट स्टडी वीजा के तहत छात्र 18 महीने तक नौकरी ढूंढ सकते हैं। टॉप यूनिवर्सिटी से डिग्री होने पर वहां जॉब मिलना आसान हो जाता है और बाद में वीजा भी बढ़ाया जा सकता है।