Coronavirus Outbreak Cases: कोरोना से देश में अब तक 12 मौतें, 1000 से ज्यादा एक्टिव केस, सभी राज्यों में एडवाइजरी जारी

Daily Samvad
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डेली संवाद, नई दिल्ली। Coronavirus Outbreak Cases: कोरोना वायरस (Corona Virus) ने एक बार फिर से देश में दहशत फैला दिया है। देशभर में कोरोना वायरस (Corona Virus) के एक्टिव केसों की संख्या 1081 पहुंच गई है। कर्नाटक में 36, गुजरात में 17, बिहार में 6 और हरियाणा में 3 नए मामले सामने आए हैं। गुजरात में 13 मरीज रिकवर हुए हैं। केरल में सबसे ज्यादा 430 कोरोना मरीज मिले हैं।

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद में 78 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह राज्य में कोविड के नए वैरिएंट से पहली मौत है। इसके अलावा, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कुल 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। कुल मृतक की संख्या 12 पहुंच गई है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि अभी तक देश में 4 वैरिएंट मिले हैं। इनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 वैरिएंट शामिल हैं।

केरल-राजस्थान में 2-2 मौतें

जयपुर में 26 मई को कोरोना के दो मरीजों की मौत हो गई। इनमें से एक रेलवे स्टेशन पर मृत मिला था। उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरी मौत प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती 26 साल के युवक की हुई। उसे पहले से ही टीबी की बीमारी थी।

वहीं, महाराष्ट्र के ठाणे में एक कोरोना पॉजिटिव महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। ठाणे में ही 25 मई (रविवार) को अस्पताल में इलाज करा रहे 21 साल के युवक की मौत हो गई। उसका 22 मई से इलाज चल रहा था।

इन राज्यों में कोरोना से मौत

इससे पहले 17 मई को कर्नाटक के बेंगलुरु में 84 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि बुजुर्ग की मौत मल्टी ऑर्गन फेल्योर की वजह से हुई थी। 24 मई को उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। केरल में दो लोगों की कोविड से मौत हुई है।

भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे LF.7, XFG , JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं।

नए वैरिएंट की जांच

बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सतर्क रहना चाहिए।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है।

कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं

NB.1.8.1 के A435S, V445H, और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।

भारत में कोविड का JN.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।

इम्यूनिटी कमजोर करते हैं

JN.1 वैरिएंट इम्यूनिटी कमजोर करता है​​​​​ JN.1, ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी कमजोर करते हैं।

अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार JN.1 अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है। दुनिया के कई हिस्सों में यह सबसे आम वैरिएंट बना हुआ है।

JN.1 वैरिएंट के लक्षण

JN.1 वैरिएंट के लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं। अगर आपके लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो हो सकता है कि आपको लंबे समय तक रहने वाला कोविड हो। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं।

पंजाब में कोरोना की दस्तक

पंजाब में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। पंजाब के अमृतसर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। मरीज की गंभीर हालत के चलते उसे पिछले दिनों गुरु नानक देव अस्पताल के आई.सी.यू. में भर्ती करवाया गया था, लेकिन अब रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद उसकी हालत में सुधार होने पर उसे छुट्टी दे दी गई है।

जानकारी के अनुसार पिछले सप्ताह एक व्यक्ति को गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और मरीज की गंभीर हालत के कारण उसे आई.सी.यू. में शिफ्ट कर दिया गया था। मरीज का कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए सरकारी मैडीकल कॉलेज की डी.आर.एल. लैब भेजा गया और रिपोर्ट पॉजीटिव आई।

ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला

रिपोर्ट में पाया गया कि कोरोना का नया वैरिएंट नहीं, बल्कि पुराना ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला है। मरीज का सैंपल दोबारा लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया और बाद में उसकी रिपोर्ट नैगेटिव आई। फिलहाल मरीज की हालत में सुधार होने और रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई है।

लैब के प्रभारी डा. के.डी. सिंह ने बताया कि मामला पुराना है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। नए वैरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्हें सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षित रहना चाहिए।




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