डेली संवाद, बठिंडा। Punjab News: पंजाब (Punjab) सरकार के ‘ड्रग्स के खिलाफ युद्ध’ अभियान की पोल खुलती जा रही है। एक तरफ पुलिस आए दिन नशा तस्करों पर शिंकजा कसती जा आ रही है लेकिन हकीकत कुछ ओर ही है।
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दरअसल बठिंडा (Bathinda) जिले का भाई बख्तौर गांव नशा तस्करी के चलते बिकने को मजबूर हो गया है। ‘हमारा गांव बिकाऊ है’ वाले पोस्टर लगाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस और सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
गांव में कई घटनाएं हो चुकी
दरअसल, पिछले दो दिनों में गांव में कई घटनाएं हो चुकी हैं। गांव की नशा विरोधी कमेटी के सक्रिय सदस्य और नशा तस्करी के खिलाफ आवाज उठाने वाले पूर्व सैनिक रणवीर सिंह को घातक हथियारों से लैस तीन युवकों ने घेरकर मारपीट कर पैर तोड़ दिए।
पुलिस ने इस मामले में तीन हमलावरों में से दो को घटना में इस्तेमाल हथियार और कार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गांव में बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक के मन में डर का माहौल है। इस बीच गांव के एक युवक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें गांव की दीवार पर एक हस्तलिखित पोस्टर लगा है, जिसमें लिखा है, ‘हमारा गांव बिकाऊ है।’
यहां की स्थिति उत्तर प्रदेश और बिहार से भी बदतर
उसने कहा कि गांव वालों के पास अपनी आजीविका के साधन छोड़कर पलायन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। यहां की स्थिति उत्तर प्रदेश और बिहार से भी बदतर हो गई है। उसने कहा कि गांव में दो-तीन नशा तस्कर खुलेआम अपना धंधा चलाते रहते हैं, लेकिन पुलिस खामोश है।






