डेली संवाद, इंदौर/गाजीपुर/शिलांग। Sonam Raghuvanshi Shillong Honeymoon Mystery: Indore Raja Killing Story- इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) और उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) गुवाहाटी (Guwahati) में मां कामाख्या (Maa Kamakhya) के दर्शन करने के बाद 21 मई को मेघालय (Meghalaya) के शिलॉन्ग (Shillong) रवाना हुए थे। सोनम की 23 मई को आखिरी बार राजा की मां उमा से बात हुई थी। बातचीत में उमा को लगा कि सोनम हांफ रही है तो उन्होंने इसकी वजह भी पूछी। इसके बाद परिवार से संपर्क कट गया। करीब 11 दिन बाद राजा की लाश खाई में मिली और सोनम लापता हो गई।
लावारिस स्कूटी और CCTV फुटेज से जांच आगे बढ़ी
सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) की तलाश के दौरान गूगल लोकेशन से पहला क्लू मिला। लावारिस स्कूटी और CCTV फुटेज से जांच आगे बढ़ी। कई दिन की सर्चिंग के बाद राजा का शव मिला और 17 दिन बाद सोनम (Sonam Raghuvanshi) यूपी (UP) के गाजीपुर में एक ढाबे के पास संदिग्ध हालत में मिली। सोनम पर सुपारी देकर पति की हत्या कराने का आरोप लग रहे हैं। हालांकि, सोनम ने खुद का अपहरण और लूट के वक्त राजा की हत्या होने की बात कही है।
राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) इंदौर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करते थे। 11 मई को उनकी शादी सोनम के साथ हुई। राजा और सोनम करीब 10 दिन तक घर रहे फिर हनीमून के लिए मेघालय के शिलॉन्ग जाने का प्लान बना। 20 मई को वो इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां दोनों कामाख्या देवी के दर्शन करने के लिए गए थे। वहां से 21 मई को वो शिलॉन्ग पहुंचे। वहां होटल में रूम लिया। 22 मई को दोनों सोहरा के लिए निकले। सोहरा पुलिस थाने के पास ही एक होटल में कमरा लेने गए, लेकिन होटल में जगह नहीं थी।
शिलॉन्ग जाने का टिकट सोनम ने बुक कराया
उन्होंने होटल में अपना सामान रखा और घूमने निकल गए। वहां से वो डबल डेकर (एक घूमने की जगह है) चले गए। वहां एक गाइड भी किया था। 22 मई को वहां उन लोगों का स्टे था और 23 मई को ऊपर आना था। राजा की मां उमा रघुवंशी के मुताबिक शिलॉन्ग जाने का टिकट सोनम ने बुक कराया था। उन्होंने बताया था कि यह 6–7 दिन का टूर है। हालांकि, सोनम ने वापसी की टिकट क्यों नहीं कराई, इसकी वजह किसी को नहीं पता।
आखिरी बार सास से बात हुई
23 मई को राजा और सोनम शिलॉन्ग पहुंच गए थे। इस दिन सोनम और राजा की मां उमा की आखिरी बार बात हुई थी। तब फोन कॉल पर उमा को लगा कि सोनम हांफ रही है। इस बीच उसने बाद में बात करने का बोलकर कॉल कट कर दिया था।
बहू सोनम से बात करने के बाद राजा की मां निश्चिंत थी। लेकिन उसी रात उनको बेटे-बहू की याद आई और बेचैनी हुई। वह भगवान से प्रार्थना कर थी कि सब कुछ ठीक रहे। अगली सुबह जब उन्होंने राजा को कॉल किया तो संपर्क नहीं हो सका।
राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी को पहले लगा कि नेटवर्क का इश्यू होगा, लेकिन 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। कई प्रयासों के बाद जब कोई संपर्क नहीं हो सका तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलॉन्ग पहुंचे। इसके बाद वे सर्चिंग टीम के साथ जुड़े।
गूगल मैप से मिला पहला क्लू
शिलॉन्ग में गोविंद ने गूगल मैप के जरिए उनके फोटो से आस-पास की लोकेशन ट्रेस कर पता लगाया तो रेंट पर एक्टिवा देने वाले की जानकारी मिल गई। रेंटल एजेंसी से संपर्क कर फोटो भेजे और जानकारी जुटाई, तो एजेंसी ने पुष्टि की कि दंपती ने उनके यहां से एक्टिवा किराए पर ली और ओसरा हिल की ओर रवाना हुए थे।
पुलिस ने बताया कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 22 मई को मावलखियात गांव पहुंचे और सोहरा पुलिस थाना क्षेत्र के नोंग्रियात गांव में लिविंग रूट ब्रिज को देखने के लिए स्कूटर को किराए पर लिया। पुलिस ने बताया कि वे एक रात के लिए एक होम स्टे में रुके और अगले दिन मावलखियात लौटने के लिए चेक आउट किया।
24 मई को उनका स्कूटर शिलॉन्ग से सोहरा जाने वाली सड़क के किनारे एक कैफे में लावारिस मिला। स्थानीय पुलिस ने बताया ये स्थान एक खाई के पास है। इस इलाके में ओरसा नाम का एक रिसॉर्ट भी है, जिसे अपराधियों का अड्डा माना जाता है।
टीम सर्चिंग में जुटी
दंपती के लापता होने के बाद शिलॉन्ग पुलिस की टीम सर्चिंग में जुटी। मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम ने बताया कि दंपती की मोबाइल लोकेशन आखिरी बार मावलाखाइट गांव में पाई गई थी। राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम की तलाश के लिए 50 से ज्यादा लोगों की टीम बनाई गई है। हर टीम में 10 लोग थे, जिनमें गांव के लोग और विलेज डिफेंस पार्टी के सदस्य भी शामिल हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने मेघालय के CM से की बात
27 मई को सीएम डॉ. मोहन यादव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से फोन पर बात की है। उन्होंने बताया कि, मैंने मध्यप्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस मामले में मेघालय प्रशासन से निरंतर संपर्क में रहने और समन्वय के निर्देशित किया है।
इस बीच, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, इस गंभीर विषय की जानकारी मैंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संज्ञान में दी है। इस कठिन समय में सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। ईश्वर से नव दंपती की सकुशल वापसी की कामना करता हूं। इधर, 28 मई को इंदौर सांसद शंकर लालवानी शिलॉन्ग पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की।
तेज बारिश के चलते सर्चिंग रोकी
राजा-सोनम की तलाश में 50 से ज्यादा लोगों की टीम सर्चिंग में जुटी रही। सबसे पहले 29 मई को तेज बारिश के चलते सर्चिंग रोकनी पड़ी। फिर अगले दिन तलाश शुरू की गई। अगले दिन फिर तेज बारिश के चलते सर्चिंग रोकनी पड़ी।
1 जून को दोनों की फिर तलाश शुरू हुई। अगले दिन 2 जून को राजा रघुवंशी का शव 11 दिन बाद एक गहरी खाई में मिला था। शुरूआती जांच के बाद 3 जून को एसपी विवेक सिम ने बताया था कि राजा रघुवंशी की हत्या पेड़ काटने के हथियार से की गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। हालांकि सोनम अब भी लापता थी।
खून से सना जैकेट मिला
3 जून को पुलिस सोहरारिम के पास स्थित मॉकमा गांव के खड़ी और जंगली इलाकों में सोनम रघुवंशी की तलाश कर रही थी। सोहरा सिविल सब-डिवीजन के एसडीपीओ बाह पिनहुन सिएम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसआरटी, एफईएस, विशेष जांच दल (एसआईटी) के साथ सर्चिंग की। इस बीच टीम को एक जैकेट मिली, जिस पर खून के निशान थे।
इंदौर पहुंचा राजा का शव
4 जून को राजा का शव इंदौर लाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार हुआ। राजा के अंतिम संस्कार के बाद राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने मीडिया से बातचीत में अपहरण और हत्या की आशंका जताई थी। विपिन ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही मेघालय पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है।
सीसीटीवी फुटेज सामने आया
5 जून को राजा रघुवंशी और सोनम का पहला CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें दोनों शिलॉन्ग के एक होटल के रिसेप्शन पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने 22 मई की शाम को होटल से चेकआउट किया। यहां से सिसौरा के होटल पहुंचे। लगेज रखकर दंपती माउलाकया गांव की ओर चले गए।
6 जून को राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का शिलॉन्ग से एक नया CCTV फुटेज सामने आया है। यह वीडियो 22 मई का बताया जा रहा है। वीडियो में दोनों एक मोपेड से होटल पहुंचते नजर आ रहे हैं। यही मोपेड पुलिस को लावारिस हालत में मिली थी।
CCTV फुटेज में राजा और सोनम होटल के बाहर करीब 4 मिनट 53 सेकेंड तक नजर आए। सोनम ने जैकेट उतारा। फिर दोनों होटल के अंदर आए और स्टाफ से बात की। इसके बाद सामान रखकर फिर होटल के बाहर चले गए। फुटेज में सोनम ने लाल और नीले रंग की जैकेट पहन रखी है। ऐसी ही जैकेट सर्चिंग टीम को जंगल में मिली थी। उस पर खून के निशान थे। पुलिस इस फुटेज को महत्वपूर्ण सुराग मान रही है।
सीएम ने CBI जांच कराने की बात कही
सीएम मोहन यादव ने राजा-सोनम की सीबीआई जांच कराने की मांग की। सीएम ने 7 जून को केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मेघालय के सीएम से बात की और जांच सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया। 8 जून को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीएम को पत्र लिखकर इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का काम किया।
सोनम यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिली
सोनम 17 दिन बाद यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिलीं। इसके बाद मेघालय डीजीपी आई नोंगरांग ने दावा किया कि पत्नी (सोनम) ने ही पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मर्डर कराया। इससे पहले मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने X पोस्ट में जानकारी दी कि वारदात में शामिल 3 हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।