डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: चंडीगढ़ की मोहाली पुलिस (Mohali Police) ने फेज-7 स्थित मनचंदा टावर में छापेमारी कर विदेशी नागरिकों को ठगने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस कार्रवाई में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। टावर की पहली और तीसरी मंजिल पर चल रहे इस फर्जी सेंटर से पुलिस ने 5 लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन, 5 हेडफोन और दिल्ली-मोहाली नंबर की कई गाड़ियों समेत एक फॉरच्यूनर बरामद की है।
आरोपी खुद को पेपाल एजेंट बताते
डीएसपी साइबर रूपिंदर सोही ने बताया कि आरोपी पेपाल कस्टमर सपोर्ट के नाम पर विदेशी नागरिकों को ई-मेल भेजकर ठगी करते थे। वे मेल में दावा करते थे कि उनका पेपाल अकाउंट हैक हो गया है या उसमें संदिग्ध लेन-देन हुआ है। मेल में दिए गए टोल-फ्री नंबर को कॉल सेंटर में इंस्टॉल Xlite ऐप से जोड़ा जाता था। जब कोई विदेशी इस नंबर पर कॉल करता, तो आरोपी खुद को पेपाल एजेंट बताकर उन्हें अवैध गतिविधियों का डर दिखाते थे।
यह भी पढ़ें: जालंधर में हो रही GST बोगस बिलिंग, CA की गिरफ्तारी के बाद हरकत में CGST टीम
सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। इसके बाद ग्राहक से रिफंड या अकाउंट अनलॉक कराने के नाम पर Apple गिफ्ट कार्ड, बिटकॉइन खरीद या डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी मांगी जाती थी। प्राप्त डिटेल्स का इस्तेमाल कर आरोपी फर्जी पेमेंट गेटवे के ज़रिए राशि को अपने नेटवर्क में ट्रांसफर कर लेते थे। इस रकम को हवाला या यूएस डीटी क्रिप्टो माध्यम से भारत में कैश कराया जाता था।
पहली मंजिल से गिरफ्तार
- मनमीत सिंह बनवैत (सेक्टर-53, मोहाली) – सेंटर मालिक
- अनमोल मल्होत्रा (शिवजोत एनक्लेव)
- जसनीत कौर (खरड़)
- अरमिता (सेक्टर-117, मोहाली)
- गुरप्रीत सिंह (फ्रैको रोड, फेज-1)
- वुगसैम हुनग्यो उर्फ सैम (नागालैंड; बलौंगी में रह रहा)
तीसरी मंजिल पर फर्जी टिकट बुकिंग
पुलिस जांच में सामने आया आरोपी तीसरी मंजिल पर एक ट्रैवल कंपनी के नाम पर अलग ढंग की ठगी कर रहे थे। यहां पर एक वेबसाइट “trialpro.com” के ज़रिए विदेशी नागरिकों को सस्ते दामों पर फ्लाइट टिकट देने का झांसा दिया जाता था। जब कोई ग्राहक टिकट बुक करने के लिए संपर्क करता, तो उनसे कार्ड डिटेल लेकर फर्जी पेमेंट गेटवे से पैसा काट लिया जाता था। लेकिन न टिकट मिलती थी, न ही पैसा वापस।
आरोपी इन फर्जी ट्रांजेक्शनों के लिए अलग-अलग वेंडरों और गेटवे प्रोवाइडर्स का इस्तेमाल करते थे, जो अपना कमीशन काटकर बाकी रकम कैश में दे देते थे। इसी गोरखधंधे के ज़रिए करोड़ों की ठगी की जा रही थी और विदेशी नागरिकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा था।
तीसरी मंजिल से गिरफ्तार आरोपी
- मौर्या नाथ उर्फ क्रिश्टोफर (द्वारका सेक्टर-23, दिल्ली) – मैनेजर
- ईश्वर कुमार (कैरी गांव, कांगड़ा, हिमाचल)
- रिनचेन विनेयल थिमफयो (भूटान)
- डोली कुमारी (झारखंड)
नेटवर्क की तलाश में पुलिस
आरोपी मोहाली और खरड़ के अलग-अलग हिस्सों में किराये के मकानों में रहकर ठगी चला रहे थे। पैसों को हवाला और क्रिप्टो करेंसी (USDT) के ज़रिए भारत में कैश कराया जाता था।
पुलिस अब ईमेल ट्रैफिक, कॉल रिकॉर्ड, पेमेंट गेटवे और हवाला चैनल की जांच में जुट गई है।फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीमें बनाई गई हैं।स्पेशल ऑपरेशन सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर दरबारा सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।