डेली संवाद, नई दिल्ली। Health Tips: बारिश का मौसम जहाँ लोगो को तपती गर्मी से राहत देता है वही लाखो बीमारी का कारण बनता है। ये बारिश पेरेंट्स (Parents) के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होता है। दरअसल, इन मौसम में बच्चे जल्दी बीमार ही जाते है।
मानसून में बच्चों में बीमारियों का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
चूंकि बच्चों की इम्यूनिटी (Immunity) कामजोर होती है, जिसके कारण बच्चे जल्दी बीमार हो जाते है। वे जल्द ही वायरल इन्फेक्शन और बीमारियों की चपेट आ जाते है।
ऐसे में माता पिता को बच्चों की सेहत को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। बारिश के मौसम में बच्चों में बीमारियों का खतरा क्यों बढ़ जाता है? ऐसे में एक्सपर्ट डॉ. धीरेन गुप्ता से जाने मानसून में बीमारियों से कैसे बचे?
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बारिश में नमी और गंदगी बढ़ने से वातावरण में बैक्टीरिया, वायरस और मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ती है। वहीं बड़ों की तुलना में बच्चों की इम्यूनिटी भी कमजोर होती है। ऐसे में बच्चे इस मौसम में होने वाली बीमारियों व इन्फेक्शंस की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। इसलिए मानसून में बच्चों की हाइजीन, खानपान और मच्छर से बचाव को लेकर खास सावधानी बरतनी चाहिए ताकि उनका शरीर बीमारियों से लड़ सके।
बारिश में कौन-सी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है?
इस मौसम में सर्दी-जुकाम, खांसी, वायरल फीवर, डेंगू, चिकनगुनिया, डायरिया और फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारियां बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। गीले कपड़े, पसीना और वातावरण में मौजूद नमी से स्किन पर रैशेज, दाद-खाज और फंगल इन्फेक्शन होने का खतरा भी रहता है। इतना ही नहीं आंखों में इन्फेक्शन (कंजंक्टिवाइटिस) भी इस मौसम में तेजी से फैलता है।
बच्चों में कौन से लक्षण दिखाई दें तो ले डॉक्टर की सलाह?
बारिश के मौसम में कई बार बच्चों में होने वाले लक्षण मामूली लग सकते हैं। लेकिन कुछ संकेत ऐसे होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। ये लक्षण गंभीर वायरल इन्फेक्शन या डेंगू, टाइफाइड जैसे बीमारियों का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में घरेलू इलाज पर भरोसा करने के बजाय तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, ताकि समय रहते सही इलाज शुरू हो सके।
बच्चों के खानपान में किन चीजों को करें शामिल?
मानसून में बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए उनके खानपान में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें शामिल करें। साथ ही कुछ फूड्स से परहेज भी कराएं।
क्या खिलाएं
- गुनगुना सूप और दलिया।
- तुलसी, अदरक और हल्दी वाले ड्रिंक्स।
- ड्राई फ्रूट्स और नट्स।
- गुनगुना दूध हल्दी या शहद के साथ।
- संतरा, मौसमी, आंवला, कीवी और पपीता जैसे विटामिन C युक्त फल।
क्या न खिलाएं
- बाहर का जूस या कटे फल।
- ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक।
- बासी या बार-बार गर्म किया गया खाना।
- खुला और बाहर का स्ट्रीट फूड।
- डीप फ्राइड और ज्यादा मसालेदार फूड्स।