डेली संवाद, लुधियाना/जालंधर। GST Scam Punjab News Update: पंजाब में जीएससी (GST) स्कैंडल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब (Punjab) के लुधियाना (Ludhiana), जालंधर (Jalandhar) और मंडी गोबिंदगढ़ (Madi Gobindgarh) में बड़े स्तर पर जीएसटी की चोरी हो रही है। जीएसटी (GST) चोरों के खिलाफ स्टेट और केंद्रीय जीएसटी टीम कार्रवाई भी कर रही है, लेकिन स्कैंडल रुक नहीं रहे हैं।
यह भी पढ़ें: जालंधर नगर निगम को लंदन कार्निवाल के आयोजकों ने लगाई 22 लाख रुपए की चपत!
ताजा मामला लुधियाना (Ludhiana) से आया है। लुधियाना में फर्जी जीएसटी (Fake GST) चालान जारी करने और धोखाधड़ी से रिफंड लेने वाले एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। सीजीएसटी (CGST) लुधियाना की कर चोरी निरोधक शाखा ने 8 जुलाई को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में आज एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
फर्जी फर्मों से फर्जी चालान, करोड़ों का रिफंड लिया
जानकारी के मुताबिक सीजीएसटी जांच में पता चला है कि पकड़ा गया आरोपी व्यक्ति दो फर्जी फर्मों का संचालन कर रहा था और फर्जी चालान जारी कर गलत रिफंड दिलाने में अहम भूमिका निभा रहा था। इस घोटाले से सरकार को भारी नुकसान हुआ है। मामले में जांच अभी जारी है।
सूत्रों की माने तो अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी कई फर्जी फर्मों का संचालन कर रहा था। 1786 करोड़ रुपए के फर्जी जीएसटी चालान जारी किए। इसके जरिए लगभग 1.5 करोड़ रुपए का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पास किया गया।
180 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी
सूत्र बताते हैं कि बिना किसी वस्तु या सेवा की वास्तविक आपूर्ति के 180 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई। इन फर्जी आईटीसी का इस्तेमाल जीएसटी रिफंड लेने के लिए किया गया। इस नेटवर्क की एक फर्म ने गैर-मौजूद आपूर्तिकर्ताओं से प्राप्त आईटीसी के आधार पर 8.74 करोड़ रुपए का फर्जी जीएसटी रिफंड लिया था। इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
जालंधर में भी जांच
उधर, जांच में पता चला है कि इसके तार जालंधर के कारोबारियों से जुड़ा है। यही नहीं इस फर्जी फर्मों ने जालंधर के कारोबारी के साथ मिलकर भी करोड़ों का चूना लगाया है। सूत्र बता रहे हैं कि जालंधर में मिट्ठापुर और होशियार पुर रोड के कारोबारी के साथ मिलीभगत है। फिलहाल जांच जारी है।
सीजीएसटी लुधियाना आयुक्त कार्यालय ने कहा है कि विभाग धोखाधड़ी का पता लगाने और सरकारी राजस्व की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मामले की जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य लोगों और संस्थाओं की पहचान की जा रही है।