डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद (Tarunpreet Singh Sond) ने पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान नशों के खिलाफ बहस में हिस्सा लेते हुए पिछली सरकारों को पंजाब में नशा फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों को सरंक्षण देकर अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने प्रदेश की युवा पीढ़ी को नशे की लत में धकेला।
नशों ने पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बाद कर दिया
तरुनप्रीत सिंह सौंद ने पंजाब विधानसभा में उन अखबारी खबरों को भी पढ़कर सुनाया जिनमें खन्ना में अवैध शराब फैक्ट्री और पायल हलके के ड्रग डीलर गुरदीप राणू की गिरफ्तारी का विस्तृत ज़िक्र किया गया था। उन्होंने कहा कि ये दोनों मामले इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण हैं कि अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने अपने-अपने कार्यकाल के दौरान नशा तस्करों को सुरक्षा दी और पंजाब में नशा फैलाया।
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उन्होंने कहा कि 2007 से पहले पंजाब में सिंथेटिक ड्रग्स का नाम भी नहीं सुना गया था, लेकिन इसके बाद तेज़ी से चिट्टे जैसे नशों ने पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री ने तो नशा खत्म करने की झूठी कसम भी खाई थी, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
अब नशा तस्कर पंजाब छोड़कर भाग रहे
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में शुरू की गई ‘युद्ध नशों विरूद्ध’ मुहिम पंजाब की युवा पीढ़ी को नशे की दलदल से बाहर निकालने में अहम भूमिका निभा रही है और इस मुहिम ने नशा तस्करों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि अब नशा तस्कर पंजाब छोड़कर भाग रहे हैं। सौंद ने कहा कि ‘युद्ध नशों विरूद्ध’ मुहिम के तहत करीब 7000 गांवों में कैंप लगाकर नशा छोड़ने की शपथ दिलवाई गई और 4500 से अधिक गांव खुद को नशा मुक्त घोषित कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब शहरों के वार्डों में भी नशों के खिलाफ जागरूकता कैंप लगाए जाएंगे।
सौंद ने कहा कि पंजाब की युवा पीढ़ी को नशों से बचाने के लिए अगले 6 महीनों में 3000 से ज्यादा खेल मैदान जनता को समर्पित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों में मॉडल खेल मैदान होंगे ताकि युवा वहां खेल सकें और आम लोग सुबह-शाम टहलने जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश को ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए मान सरकार के सभी विधायक, मंत्री और वालंटियर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और वह दिन दूर नहीं जब पंजाब पूरी तरह से नशा मुक्त होगा।