डेली संवाद चंडीगढ़। Chaitanya Baghel: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के बेटे चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) को गिरफ्तार किया है, चैतन्य की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस वर्करों द्वारा काफी हंगामा किया गया। इस सबके बीच लोग चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) को गूगल में खोजने लगे। आईए जानते हैं कि चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) कौन हैं? क्या काम करते हैं? ED ने उन्हें क्यों गिरफ्तार किया है?
शराब घोटाला, मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तारी
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश (Bhupesh Baghel) के बेटे चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था। शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में ईडी ने ये गिरफ्तारी की थी।
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इसके बाद कोर्ट ने चैतन्य (Chaitanya Baghel) को 5 दिन के लिए ईडी (ED) की कस्टडी में भेज दिया है। ईडी ने इस मामले में पहले भी 10 मार्च को रेड मारी थी। इस मामले में पूर्व आबाकारी मंत्री कवासी लखमा की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। केंद्रीय एजेंसी का आरोप है कि एक्साइज डिपार्टमेंट से जुड़े केस में कथित घोटाला साल 2019 में शुरू हुआ और साल 2022 तक चला।
इसके साथ ही ईडी ने कोर्ट में जानकारी दी कि इस कथित घोटाले के पीछे जो सिंडिकेट काम कर रहा है उसे रायपुर के पूर्व मेयर कांग्रेस नेता ऐजाज़ ढेबर के भाई अनवर और सनावृत्ति आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा लीड कर रहे है।
कौन है चैतन्य बघेल
चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे हैं। चैतन्य (Chaitanya Baghel) भी कांग्रेस से जुड़े हुए हैं, लेकिन राजनीति में अभी तक कदम नहीं रखा है। उनके पास फिलहाल कोई पद नहीं है। साल 2018 से 2023 के बीच में जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तब चैतन्य बघेल राजनीति में आने का प्लान कर रहे थे, लेकिन फिर 2024 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार वापस नहीं आई।
लोकसभा चुनाव में जब भूपेश बघेल को कांग्रेस ने राजनांदगांव सीट से टिकट दिया तो अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनकी विधानसभा सीट पाटन पर चैतन्य को टिकट मिलेगा। हालांकि, भूपेश बघेल के हारने के बाद ऐसा नहीं हो सका। इससे पहले चैतन्य बघेल रियल एस्टेट से जुड़े हुए थे। अब पारिवारिक खेती संभाल रहे हैं। वहीं ईडी को कथित तौर पर पता चला है कि शराब घोटाले का पैसा चैतन्य बघेल और उनके करीबियों की प्रॉपर्टी में निवेश किया गया है।