War on Drugs: डीजीपी पंजाब ने लोगों से ‘सेफ पंजाब’ हेल्पलाइन जारी, नशा तस्करों की सूचना साझा करने की अपील

Daily Samvad
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War on Drugs

डेली संवाद, चंडीगढ़/फिल्लौर। War on Drugs: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) के निर्देशों पर चल रही नशा विरोधी मुहिम ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के साथ-साथ पंजाब की ‘सेफ पंजाब’ व्हाट्सएप चैटबॉट पोर्टल—97791-00200— ने सफलता के साथ 30 प्रतिशत टिप कन्वर्जन रेट प्राप्त किया है। लोगों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर 1 मार्च 2025 से अब तक 3671 FIR दर्ज की गईं और 4872 गिरफ्तारियां की गईं हैं।

DGP Gaurav Yadav
DGP Gaurav Yadav

हेल्पलाइन 97791-00200 जारी

यह जानकारी पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) ने आज यहां दी। गौरतलब है कि ‘सेफ पंजाब’ नशा विरोधी हेल्पलाइन 97791-00200 पंजाब सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य नशे से संबंधित समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों को गोपनीय, आसानी से उपलब्ध और विश्वसनीय सहायता प्रदान करना है।

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डीजीपी ने कहा कि ‘सेफ पंजाब’ चैटबॉट एक प्रभावी प्रयास के रूप में उभरा है, क्योंकि इसे अपनी गोपनीयता की विशेषता के कारण जनता से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। यह लोगों को तस्करों और नशा पीड़ितों की रिपोर्ट करने और सुझाव देने के लिए प्रेरित करता है। नागरिकों को इस चैटबॉट के माध्यम से बिना किसी डर के गुप्त रूप से नशा तस्करों की जानकारी साझा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

इस बैठक में ये रहे शामिल

डीजीपी पंजाब, महाराजा रणजीत सिंह पंजाब पुलिस अकादमी (एमआरएस-पीपीए), फिल्लौर में सभी रेंज डीआईजी, एसएसपी और सीपी के साथ राज्य स्तरीय कानून व्यवस्था बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें नशा विरोधी मुहिम के अंतर्गत कानून के प्रवर्तन, राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति और आंतरिक सुरक्षा की समीक्षा की गई।

इस बैठक में विशेष डीजीपी (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला, विशेष डीजीपी (इंटेलिजेंस) प्रवीण सिन्हा, डायरेक्टर (पीपीए) फिल्लौर अनीता पुंज, एडीजीपी (एएनटीएफ) नीलभ किशोर, एडीजीपी (एजीटीएफ) प्रमोद बान, एडीजीपी (काउंटर इंटेलिजेंस) अमित प्रसाद और आईजीपी (मुख्यालय) डॉ. सुखचैन सिंह गिल भी शामिल हुए।

अब तक 14,281 FIR दर्ज

‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के परिणाम साझा करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 14,281 एफआईआर दर्ज कर 22,772 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 940 किलो हेरोइन, 337 किलो अफीम, 18 टन भुक्की, 14 किलो चरस, 325 किलो गांजा, 6 किलो आईसीई, 3.3 किलो कोकीन, 29.63 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल और 11.84 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।

इस मुहिम के दौरान कानूनी प्रावधानों के तहत नशा तस्करों की 162 अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 के बाद एनडीपीएस एक्ट के 90 प्रतिशत मामलों में दोषियों को सजा दिलवाकर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।

100 प्रतिशत आतंकवादी मामलों का निपटारा कर दिया

डीजीपी ने कहा कि नशों के खिलाफ चल रही निर्णायक जंग के अलावा संगठित अपराध, गैंगस्टर और पाकिस्तान-प्रेरित आतंकवादी गतिविधियों के विरुद्ध कार्रवाई पंजाब पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और सभी बड़े मामलों में दोषियों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख संगठित अपराध और गैंगस्टर से जुड़े मामलों का पता लगाया जा चुका है और 100 प्रतिशत आतंकवादी मामलों का निपटारा कर दिया गया है।

इस अवसर पर विशेष डीजीपी (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला, विशेष डीजीपी (इंटेलिजेंस) प्रवीण सिन्हा, एडीजीपी (एएनटीएफ) नीलभ किशोर, एडीजीपी (एजीटीएफ) प्रमोद बान और एडीजीपी (काउंटर इंटेलिजेंस) अमित प्रसाद ने फील्ड अधिकारियों को नशा तस्करी, पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद, संगठित अपराध और राज्य में कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण विषयों पर नवीनतम रुझानों से अवगत करवाया।















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