Jagdeep Dhankhar Resigns: जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति के पद से दिया इस्तीफा, बताई बड़ी वजह, पढ़ें त्यागपत्र

Daily Samvad
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Vice President Jagdeep Dhankhar Resigned

डेली संवाद, नई दिल्ली। Jagdeep Dhankhar Resigns: Vice President Jagdeep Dhankhar Resigned News Update – जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने उपराष्ट्रपति (Vice President) पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया।

इस्तीफा का कारण

जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कि स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सा सलाह का पालन करने के लिए मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं, यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

Jagdeep Dhankhar. Vice President of India
Jagdeep Dhankhar, Vice President of India

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साल 2022 में जगदीप धनखड़ ने 14वें उप राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। 6 अगस्त 2022 को हुए उप राष्ट्रपति के चुनाव में धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था। धनखड़ को कुल 725 में से 528 वोट मिले थे, जबकि अल्वा को 182 वोट मिले थे।

पढ़ें इस्तीफे की कापी

Vice President Jagdeep Dhankhar Resigned
Vice President Jagdeep Dhankhar Resigned

पढ़िए त्याग पत्र में धनखड़ ने क्या लिखा

माननीय राष्ट्रपति जी .. सेहत को प्राथमिकता देने और डॉक्टर की सलाह को मानने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(a) के अनुसार अपने पद से इस्तीफा देता हूं। मैं भारत के राष्ट्रपति में गहरी कृतज्ञता प्रकट करता हूं। आपका समर्थन अडिग रहा, जिनके साथ मेरा कार्यकाल शांतिपूर्ण और बेहतरीन रहा। मैं माननीय प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के प्रति भी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा है। माननीय सांसदों से मुझे जो स्नेह, विश्वास और अपनापन मिला है, वह मेरी स्मृति में हमेशा रहेगा। मैं इस बात के लिए आभारी हूं कि मुझे इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में जो अनुभव और ज्ञान मिला, वह अत्यंत मूल्यवान रहा। यह मेरे लिए सौभाग्य और संतोष की बात रही है कि मैंने भारत की अभूतपूर्व आर्थिक प्रगति और इस परिवर्तनकारी युग में उसके तेज विकास को देखा और उसमें भागीदारी की। हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस महत्वपूर्ण दौर में सेवा करना मेरे लिए सच्चे सम्मान की बात रही। आज जब मैं इस सम्माननीय पद को छोड़ रहा हूं, मेरे दिल में भारत की उपलब्धियों और शानदार भविष्य के लिए गर्व और अटूट विश्वास है। गहरी श्रद्धा और आभार के साथ, जगदीप धनखड़













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