डेली संवाद, नई दिल्ली। Jagdeep Dhankhar Resign News Update: जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) द्वारा उपराष्ट्रपति (Vice President of India) के पद से इस्तीफा देने के मामले में बड़ा खुलासा सामने आ रहा है। सोमवार की देर शाम को जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने स्वास्थ्य कारण का हवाला देते हुए अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे की घोषणा की थी, लेकिन तात्कालिक कारण राज्यसभा में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग चलाने की नोटिस नजर आ रहा है।
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बतौर सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने उस प्रस्ताव को स्वीकार किया था जिसमें विपक्ष के 63 सदस्यों के हस्ताक्षर थे। सरकार के फ्लोर लीडर्स को इसकी जानकारी नहीं थी। इतना ही नहीं धनखड़ की कोशिश की थी कि महाभियोग का यह मामला पहले राज्यसभा में ही चले जो स्पष्ट तौर पर विपक्ष के खाते में जाता क्योंकि उनका प्रस्ताव ही स्वीकार किया गया था।
इस्तीफा देने की मुख्य वजह?
इसके बाद कुछ घटनाएं ऐसी घटीं जिससे जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) शायद क्षुब्ध थे और उन्होंने इस्तीफे का फैसला ले लिया। और शाम 6 बजे तक सरकार को अपने इस फैसले से अवगत भी करा दिया था तथा रात 9.25 पर इसे सार्वजनिक भी कर दिया। मंगलवार को भी दिनभर धनखड़ के इस्तीफे को लेकर अटकलें चलती रहीं। लेकिन यह बात लगभग तय हो चुका है कि एक कारण जस्टिस वर्मा (Justice Yashwant Verma) ही थे।
सरकार की ओर से पहले ही घोषणा की जा चुकी थी कि भ्रष्टाचार के आरोपी जस्टिस वर्मा (Justice Yashwant Verma) के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी है। सरकार की योजना थी कि इसे पहले लोकसभा से पारित किया जाए फिर राज्यसभा जाए।
महाभियोग का नोटिस मिलने का किया एलान
लोकसभा में महाभियोग के नोटिस में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और भाजपा के रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) व अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के साथ-साथ सत्तापक्ष और विपक्ष के 145 सांसदों के हस्ताक्षर से साफ है कि सरकार इस मुद्दे पर सर्वसम्मति बनाने में काफी हद तक सफल रही है। लेकिन राज्यसभा में लगभग 3.30 बजे धनखड़ ने 63 सांसदों के हस्ताक्षर के साथ महाभियोग का नोटिस मिलने और इसकी प्रक्रिया शुरू करने का एलान कर दिया।
हैरानी की बात यह है कि इन सांसदों में भाजपा (BJP) और उसके सहयोगी दलों का एक भी सांसद नहीं है। यह कमी भाजपा के फ्लोर मैनेजर की रही होगी लेकिन यह अपेक्षा थी कि सरकार की इसकी जानकारी धनखड़ के आफिस से मिलेगी क्योंकि नेता सदन भाजपा के हैं।
जस्टिस वर्मा का मुद्दा
गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) जस्टिस वर्मा के मुद्दे पर काफी मुखर रहे हैं और वह चाहते थे कि यह मामला राज्यसभा से ही शुरू हो। हालांकि इसमें एक खतरा था। दरअसल विपक्ष की ओर से राज्यसभा में ही 50 से ज्यादा विपक्षी सदस्यों ने जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ भी महाभियोग का नोटिस दिया हुआ है। ऐसे में वह मामला भी उठ सकता था।