डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) में करप्शन केस (Corruption Case) मामले में जेल में बंद विधायक रमन अरोड़ा (MLA Raman Arora) के केस में एक नया मोड़ (New Twist) सामने आया है।

राजन अरोड़ा को 35 सवाल का दस्तावेज दिया
दरअसल, माननीय अदालत द्वारा अंतरिम जमानत पर बाहर आए विधायक अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा (Rajan Arora) को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) द्वारा करीब 35 सवाल का एक क्वैश्चनेयर (दस्तावेज) दिया गया है, जिसमें उनकी एवं उनके रिश्तेदार कंपनी की ट्रांजेक्शन से लेकर उनके नाम पर प्रॉपर्टी और अन्य कई सवाल पूछे गए हैं, जिनका जवाब देने को लेकर विजिलेंस द्वारा बेटे राजन अरोड़ा को समय दिया गया है।
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सूत्रों की मानें विजिलेंस अधिकारियों द्वारा गत दिनों विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ चार्जशीट तो फाइल कर दी गई थी, लेकिन वहीं दूसरी ओर बेटे राजन अरोड़ा को हाईकोर्ट (HC) से अंतरिम जमानत मिलने के बाद विजिलेंस की इन्वैस्टिगेशन ज्वाइन करने को लेकर हुक्म दिया गया था। जिसके बिनाह पर राजन अरोड़ा विजिलेंस के समक्ष पेश हुआ है।

MLA अरोड़ा समधी के साथ मिलकर नैक्सस को चला रहे थे
सूत्रों की मानें तो विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा को डी.एस.पी. विजिलेंस ने इन्वैस्टिगेशन ज्वाइन करते वक्त उनसे लंबी पूछताछ के बाद कुल 35 सवालों का एक डॉक्यूमैंट दिया है, जिसमें उनके रिश्तेदार की जगदम्बे फैशन ज्योति चौक, एम.एल.ए दफ्तर के साथ स्थित 5 दुकानों, उनके एवं उनके रिश्तेदारों के खाते में आए करोड़ों रुपए की ट्रांजैक्शन के साथ उनकी कपड़े की फर्म की टर्नओवर और इसी के साथ शहर में उनके द्वारा जो उनके रिश्तेदारों के नाम पर प्रॉपर्टियां बनाई हैं, उनके बारे विवरण मांगा है।
अधिकारिक सूत्रों की मानें तो विजिलेंस इन सवालों के जवाब लेने के लिए बेटे राजन अरोड़ा को कुछ दिनों का समय दिया गया है। खासकर एक अहम कड़ी जो विजिलेंस ढूंढना चाहती है कि किस तरह राजन अरोड़ा और विधायक रमन अरोड़ा समधी राजू मदान के साथ मिलकर इस सारे नैक्सस को चला रहे थे।
विधायक के खिलाफ कई लोगों द्वारा बयान दर्ज करवाए
अब तक विजिलेंस को विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ कई लोगों द्वारा बयान दर्ज करवाए गए हैं, जिनमें महेश मखीजा के साथ इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर का नाम सामने आया है, लेकिन अब विजिलेंस राजन अरोड़ा के जरिए राजू मदान का कनैक्शन भी ढूंढने में लगी है। सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस द्वारा दिए गए सवालों में राजू मदान के बारे भी जिक्र है। अब देखना यह है कि विजिलेंस किस तरह इस इन्वैस्टिगेशन को पूरा करती है।
गौरतलब है कि 23 मई की सुबह मंदिर में माथा टेकते वक्त अचानक विजिलेंस की टीम ने विधायक रमन अरोड़ा को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया। हालांकि पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा खुद के विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करना और बाद में उसकी गिरफ्तारी के बाद राजदार महेश मखीजा, महिला इंस्पैक्टर को गिरफ्तार किया गया था।
सैटिंग करके बिल्डिंगों की सील खुलवा दिए करते थे
विधायक रमन अरोड़ा द्वारा शहर में एक सोचा समझा रंगदारी का नैटवर्क नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से चलाया जा रहा था, जिसमें असिस्टैंट टाउन प्लानर (ATP) सुखदेव वशिष्ट द्वारा निर्माणाधीन बिल्डिंगों के मालिकों को नोटिस भेजकर बाद में उन्हें परेशान करके विधायक रमन अरोड़ा के पास भेजा जाता था, बाद में विधायक खुद ही सैटिंग करके बिल्डिंगों की सील खुलवा दिए करते थे और लाखों रुपए की सौदेबाजी उनके दफ्तर में बैठकर से चल रही थी।
इतना ही नहीं शहर में एक चर्चित पुलिस अधिकारी पर भी विधायक रमन अरोड़ा का आर्शीवाद था, जोकि बाद में शहर से ट्रांसफर कर दिया गया और बाद में उक्त अधिकारी को विजिलेंस दफ्तर भी बुलाया गया था। इसी सारे मामले में विजिलेंस द्वारा विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा, उनके समधी राजू मदान और आर.टी.आई एक्टिविस्ट सहित अन्य कई लोगों को केस में नामजद किया गया था।








