डेली संवाद, चंडीगढ़। Study In Abroad: हर साल लाखों भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेशी विश्वविद्यालयों का रुख करते हैं। कुछ विदेशी विश्वविद्यालय ऑनलाइन पाठ्यक्रम भी प्रदान करते हैं। लेकिन यूजीसी (UGC) ने विदेश में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए एक चेतावनी जारी की है।
भारत में नहीं दी जाएगी मान्यता
यूजीसी ने उन छात्रों को चेतावनी दी है जो बिना वैध मान्यता के विदेशी संस्थानों से कोर्स कर रहे हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसी फर्जी या अवैध विदेशी डिग्रियों को भारत में मान्यता नहीं दी जाएगी।
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कई बार जानकारी के अभाव में भारतीय छात्र ऐसे संस्थानों में दाखिला ले लेते हैं जिनकी डिग्रियाँ भारत में अमान्य होती हैं। इससे उनकी सालों की मेहनत और पैसा दोनों बर्बाद हो जाते हैं। यूजीसी ने छात्रों और अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे विदेश में किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले पूरी जाँच-पड़ताल कर लें।
एजेंट छात्रों को कर रहे गुमराह
यूजीसी (UGC) ने कहा कि विदेशी विश्वविद्यालयों से प्राप्त डिग्रियाँ, जो भारतीय मान्यता सूची में शामिल नहीं हैं, भारत में भी अमान्य मानी जाएँगी। यूजीसी के अनुसार, कुछ एजेंट या कंपनियाँ छात्रों को गुमराह कर रही हैं और झूठे वादे करके उनसे मोटी रकम वसूल रही हैं।
मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों में ही लें प्रवेश
यूजीसी (UGC) ने छात्रों को सलाह दी है कि वे केवल उन विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश लें जो वहां की सरकार और भारत में यूजीसी जैसे प्रासंगिक संस्थानों द्वारा मान्यता प्राप्त हों। पढ़ाई शुरू करने से पहले उस कोर्स और विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर सारी जानकारी अवश्य जांच लें।
ऑनलाइन और डिस्टेंस पाठ्यक्रमों पर दें ध्यान
यूजीसी (UGC) ने कहा है कि आजकल कई विदेशी संस्थान ऑनलाइन या दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से डिग्री देने का दावा कर रहे हैं। अगर यह यूजीसी या एआईसीटीई से मंजूर नहीं है, तो उन पाठ्यक्रमों को भारत में मान्यता नहीं मिलेगी।









