डेली संवाद, नई दिल्ली। PM Narendra Modi GST News: स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर लाल किले प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज कई एलान किए। अपने संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि देशवासियों को इस साल दीवाली (Diwali) में दोहरा तोहफा मिलेगा। यह तोहफा जीएसटी (GST) में कटौती को लेकर है। लोगों को अगले दो महीने में जीएसटी (GST) से बड़ी राहत मिलने वाली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि दीवाली (Diwali) पर जीएसटी (GST) में हम बड़ा रिफॉर्म (GST Reform) लेकर आने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके आने के बाद रोजमर्रा की वस्तुओं पर टैक्स कम हो जाएगा। माना जा रहा है इससे आम लोगों को काफी राहत हो जाएगी।

वित्त मंत्रालय ने भेजा प्रस्ताव
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के एलान के बीच वित्त मंत्री ने जीएसटी काउंसिल (GST Council) को एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें स्ट्रक्चरल रिफऑर्म (GST Structural Reform), टैक्स रेट को कम करने के साथ जीएसटी (GST) को और आसान बनाने की बात कही गई है। लाल किला की प्रचीर से देश के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने जीएसटी (GST) को एक बड़े सुधार का रूप करार दिया।
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प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) के अनुसार, साल 2017 में लागू हुई जीएसटी (GST) के बाद से भारत की अर्थव्यवस्था को एक नया रूप मिला है। इस बीच पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने इसमें नेक्स्ट जेनेरेशन जीएसटी (GST) का जिक्र किया है, जिसके संबंध में प्रस्ताव भेज दिया गया है। आइए आपको बताते हैं इससे क्या-क्या बदलने वाला है?

स्ट्रक्चरल रिफॉर्म के तौर पर बदलाव
दरअसल, इनपुट (Input Tax) और आउटपुट टैक्स (Output Tax) रेट्स के बीच में अंतर को समाप्त करने पर केंद्र सरकार विचार कर रही है। इससे टैक्स क्रेडिट (Tax Credit) को कम करने में सहूलियत होगी। इसके साथ ही घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग को भी बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। नए बदलाव में वर्गीकरण से संबंधित मुद्दों को भी सुव्यवस्थित करने का लक्ष्य है। जिससे वर्तमान विवाद और नियम संबंधी समस्याओं को कम किया जा सके।
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अब होंगे केवल दो स्लैब
रिपोर्ट्स के अनुसार, नए जीएसटी रिफॉर्म (GST Reform) के तहत केवल 2 स्लैब का ही प्रस्ताव रखा गया है। वर्तमान में 0 प्रतिशत, 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18, और 28 प्रतिशत का स्लैब है। इसको घटाकर स्टैंडर्ड और योग्यता वाले केवल 2 स्लैब रखने पर विचार किया गया है। हालांकि, विशेष दरें कुछ वस्तुओं पर ही लागू होंगी।

नए प्रस्ताव में जरूरी और महत्वकांक्षी वस्तुओं पर टैक्स में कटौती भी शामिल है। जिससे कंजम्शन बढ़ सके। इस रिफॉर्म के बाद टैक्स कम होने से कई रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। जिससे आम लोगों को काफी राहत मिलने की संभावना है।
छोटे कारोबारों को लाभ की उम्मीद
बताया जा रहा है कि जीएसटी रिफॉर्म (GST Reform) से छोटे व्यवसायों और डिजिटल को आसान बनाने की कोशिश है। इसमें बिना किसी रुकावट वाली तकनीक बनाना, गलतियों और मानवीय हस्तक्षेप को कम करने के लिए पहले से भरे गए जीएसटी रिटर्न (GST Return) को जल्दी रिफंड करने पर जोर है। गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय की ओर से कहा गया कि केंद्र राज्यों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।






