डेली संवाद, नई दिल्ली। Kidney Damage Symptoms: गुर्दे महत्वपूर्ण अंग हैं जो अपशिष्ट को छानने, इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने और रक्तचाप और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को नियंत्रित करने वाले हार्मोन बनाने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। सुबह के समय हमारा शरीर कई संकेतों के जरिए सेहत से जुड़ी गड़बड़ियों के बारे में हमें चेतावनी देने की कोशिश करता है।
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ऐसे ही किडनी (Kidney) से जुड़ी कई समस्याओं के लक्षण (Kidney Damage Symptoms) सुबह के समय दिखाई देते हैं। अक्सर हम इन्हें इग्नोर कर देते हैं, जिसके कारण परेशानी और बढ़ सकती है। अगर समय पर इन लक्षणों (Kidney Damage Signs in Morning) की पहचान कर ली जाए, तो किडनी डैमेज को बढ़ने से रोका जा सकता है।
चेहरे पर सूजन
सुबह उठकर अगर आपको अपने चेहरे, खासकर आंखों के आस-पास असामान्य सूजन नजर आए, तो यह किडनी समस्या का एक अहम संकेत हो सकता है। किडनी शरीर में एक्स्ट्रा सोडियम और पानी को फिल्टर करके यूरिन के जरिए बाहर निकाल देती है, लेकिन जब किडनी में किसी तरह की दिक्कत होने लगती है, तो वे ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती। इस कारण शरीर में नमक और पानी जमा होने लगता है, जिससे सूजन पैदा होती है।
यूरिन में झाग
सुबह के पहले यूरिन पर गौर करें। अगर यूरिन में झाग बन रहा है और वह बार-बार फ्लश करने के बाद भी जाने में समय ले रहा है, तो यह चिंता का विषय है। यूरिन में झाग इस बात का संकेत है कि उसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा है, जिसे ‘प्रोटीन्यूरिया’ कहा जाता है।
हेल्दी किडनी खून में मौजूद जरूरी प्रोटीन को शरीर में ही रहने देती हैं और सिर्फ वेस्ट प्रोडक्ट को ही बाहर निकालती हैं। लेकिन किडनी डैमेज होने पर इस फिल्टरेशन प्रोसेस में दिक्कत आने लगती है, जिससे झाग बनता है।
मुंह से दुर्गंध
अगर सुबह उठने पर मुंह से तेज और असामान्य बदबू आती है, जो ब्रश करने के बाद भी पूरी तरह से नहीं जाती, तो यह किडनी की गंभीर समस्या का लक्षण हो सकता है। जब किडनी खून में मौजूद यूरिया जैसे वेस्ट प्रोडक्ट को फिल्टर नहीं कर पाती, तो उनका लेवल बढ़ने लगता है। शरीर यूरिया को ब्रेक डाउन करके अमोनिया जैसी गैस में बदल देता है, जो सांसों के जरिए बाहर निकलती है और मुंह से अमोनिया जैसी दुर्गंध आने लगती है।
त्वचा का रूखा होना
सुबह उठते ही बिना किसी कारण त्वचा में रूखापन और तेज खुजली महसूस होना भी किडनी डैमेज का एक संकेत हो सकता है। किडनी का काम शरीर में मिनरल्स का बैलेंस बनाए रखना भी है।
किडनी डैमेज होने पर खून में फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स की मात्रा को कंट्रोल नहीं कर पाती। फॉस्फोरस का लेवल बढ़ने पर त्वचा में खुजली और रूखेपन की समस्या होने लगती है। साथ ही, खून में जमा टॉक्सिन भी त्वचा में जलन और खुजली पैदा कर सकते हैं।








