डेली संवाद, अमृतसर। America News: अमेरिका के लॉस एंजेलिस (LA) में 35 साल के सिख युवक गुरप्रीत सिंह की पुलिस फायरिंग (Firing) में मौत हो गई। घटना 13 जुलाई की सुबह हुई थी, लेकिन हाल ही में पुलिस ने इसका बॉडीकैम वीडियो जारी किया, जिसके बाद मामला चर्चा में आ गया।

पुलिस को मिली थी जानकारी
जानकारी के अनुसार, गुरप्रीत सिंह सड़क पर सिख मार्शल आर्ट गतका कर रहे थे और उनके हाथ में खंडा था। पुलिस का कहना है कि उन्हें लगा जैसे वह धारदार हथियार से हमला कर रहा है। पुलिस ने कई बार हथियार छोड़ने के लिए कहा, लेकिन जब गुरप्रीत ने आदेश नहीं माना और कथित तौर पर अधिकारियों पर हमला करने लगा, तो पुलिस ने गोली चला दी।
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पुलिस को 13 जुलाई की सुबह फोन पर सूचना मिली कि ओलिंपिक बुलेवार्ड के पास एक शख्स तलवार जैसी चीज लहराकर लोगों को डरा रहा है। जब पुलिस पहुंची तो बॉडीकैम वीडियो में दिखा कि गुरप्रीत सिंह नीली पगड़ी, बनियान और शॉर्ट्स पहनकर सड़क पर तलवार लहरा रहा था।

पुलिस को करनी पड़ी फायरिंग
पुलिस का कहना है कि उन्होंने कई बार उसे हथियार छोड़ने को कहा, लेकिन उसने बात नहीं मानी। इसी दौरान उसने तलवार से अपनी जीभ पर भी चोट कर ली। बाद में भागने की कोशिश करते हुए उसने पहले बोतल फेंकी और फिर कार में बैठ गया। कार तेज़ गति से दौड़ाई और कई गाड़ियों को टक्कर मारी। इसके बाद भी वह कार की खिड़की से तलवार घुमाता रहा।
पुलिस का कहना है कि जब वह तलवार लेकर उन पर झपटा तो मजबूरी में गोली चलानी पड़ी। उसे घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। जब सवाल उठे तो पुलिस को बॉडी कैम की वीडियो रिलीज करनी पड़ी।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
पुलिस का कहना है कि मृतक के पास मशेटे था, लेकिन सिख समुदाय का मानना है कि वह दरअसल खंडा था। खंडा गतका कला का अहम हिस्सा है। गतका पंजाब की पारंपरिक युद्धकला है, जिसमें तलवार, भाले, ढाल और लाठियों का इस्तेमाल होता है और खंडा भी उसी का हिस्सा है। यह आम तौर पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रदर्शित किया जाता है।
इस घटना ने अमेरिका में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सिख समुदाय का कहना है कि पुलिस ने गुरप्रीत सिंह की सांस्कृतिक परंपरा और गटका की सही समझ नहीं दिखाई। वहीं पुलिस का कहना है कि वह हथियार लेकर आम लोगों और अधिकारियों की सुरक्षा के लिए खतरा बन गया था।






