डेली संवाद, शिमला। Himachal Pradesh Disaster State: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) को आपदाग्रस्त राज्य घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) ने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को इसकी घोषणा की। प्रदेश में आपदा से तीन सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है व तीन हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।
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हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) ने सत्र को तीन दिन और बढ़ाने की मांग की है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर चर्चा करने को कहा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री और विपक्ष के नेता आदि से चर्चा करने को कहा।

सत्र में सीएम का बड़ी घोषणा
मुख्यमंत्री (CM Sukhvinder Singh Sukhu) ने कहा कि बहुत से प्रश्न नहीं लगे हैं, उनके जवाब आने हैं और विधायकों ने अपनी बात रखनी है। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) विधानसभा का मानसून सत्र 18 अगस्त को आरंभ हुआ था और दो सितंबर तक चलना है। मानसून सत्र में पहली बार 12 बैठकें रखी हैं। सामान्य तौर पर पांच से सात बैठकें मानसून सत्र में होती हैं।

5 नेशनल हाईवे, 800 सड़कें बंद
आपको बता दें कि मूसलाधार बारिश से हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी नुकसान हुआ है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन सहित 5 नेशनल हाईवे और करीब 800 सड़कें बंद पड़ी हैं। कुल्लू समेत 10 जिलों में सोमवार को स्कूल-कॉलेज बंद हैं। राज्य के कई इलाकों में लैंड स्लाइड और बादल फटने से भारी तबाही मची है।






