डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (Jalandhar Improvement Trust) के अफसरों और इंजीनियरों का गजब हाल है। ट्रस्ट के ड्राफ्ट्समैन, एटीपी और इंजीनियर नक्शा पास करने के बाद उसपर चेकिंग करना भूल जाते हैं। जिससे सूर्या एंक्लेव में रिहाइशी नक्शा पास करवा कर कामर्शियल इमारत बनाई जा रही है। यही नहीं, कई लोगों ने दो-दो प्लाट क्लब कर कोठियां बना ली, जिससे सरकार को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
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एक ऐसा ही मामला जालंधर (Jalandhar) के सूर्या एंक्लेव (Surya Enclave) का आया है। जालंधर के आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह ने सूर्या एंक्लेव (Surya Enclave) में नवनिर्मित एक इमारत की शिकायत स्थानीय निकाय विभाग के डायरेक्टर से की है। शिकायतकर्ता के मुताबिक शहर के सबसे महंगी कालोनी में रिहाइशी नक्शा पास करवा कर कामर्शियल कंस्ट्रक्शन किया जा रहा है। जिससे इलाके के लोगों में नाराजगी है।

सूर्या एंक्लेव में निर्माण
शिकायतकर्ता का आरोप है कि सूर्या एंक्लेव के प्लाट संख्या 734 A का रिहाइशी नक्शा पास हुआ है, लेकिन मौके पर कामर्शियल इमारत बना दी गई। उन्होंने कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में इस समय अंधेरगर्दी चल रही है। चेयरमैन की नियुक्ति तो हो गई है, लेकिन अभी तक उन्होंने प्रभार ही नहीं लिया। ईओ राजेश चौधरी कभी कभी दफ्तर आते हैं। जिससे नीचे का स्टाफ मनमौजी तरीके से काम करता है।

विजीलैंस से भी की जाएगी शिकायत
करणप्रीत सिंह ने कहा है कि सूर्या एंक्लेव के 734 A प्लाट के आवंटन के समय प्लाट का साइज 250 वर्ग गज था, लेकिन अब मौके पर 372 वर्ग गज में कामर्शियल कंस्ट्रक्शन किया गया। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में ड्राफ्ट्समैन से लेकर एटीपी और संबंधित इंजीनियर व अफसर के खिलाफ भी जांच हो। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विजीलैंस ब्यूरो में भी जल्द शिकायत करेंगे।






