डेली संवाद, कोलकाता। West Bengal Assembly Fight News Live Video: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भाजपा (BJP) के विधायकों को मार्शलों ने जमकर पीटा। इसके बाद टीएमसी विधायकों ने भाजपा विधायक को पीट दिया। ये मारपीट बंगाल विधानसभा के विशेष सत्र के अंतिम दिन हुई। बंगाली प्रवासी श्रमिकों के कथित उत्पीड़न के खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) जैसे ही प्रस्ताव पर बोलने के लिए खड़ी हुईं विपक्षी भाजपा के विधायकों ने सीटों से खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी। लगातार नारेबाजी व सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) बिमान बनर्जी ने पांच भाजपा विधायकों- मुख्य सचेतक डॉ. शंकर घोष, अग्निमित्रा पाल, मिहिर गोस्वामी, अशोक डिंडा व बंकिम घोष को आज के लिए सदन की शेष कार्यवाही से निलंबित कर दिया।

पांच BJP विधायक सस्पेंड
मुख्यमंत्री के पूरे भाषण के दौरान भाजपा विधायकों ने जबरदस्त नारेबाजी की। इस दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने भी भाजपा को चोर- चोर बताते हुए नारेबाजी की। हंगामे की शुरुआत दोपहर 1.50 बजे तब हुई जब मुख्यमंत्री जैसे ही प्रस्ताव पर बोलने के लिए खड़ी हुईं, भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने आरोप लगाया कि प्रस्ताव पर हमारे सभी वक्ताओं को स्पीकर ने बोलने नहीं दिया।
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स्पीकर ने आरोपों को खारिज करते हुए प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों से बार-बार सीटों पर बैठने की अपील की लेकिन नारेबाजी जारी रही। यहां तक की सदन के बीचोंबीच आकर विपक्षी विधायक नारेबाजी कर रहे थे और कागज के टुकड़े भी फाड़कर फेंकें। चेतावनी के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में सबसे पहले भाजपा के मुख्य सचेतक डॉ. शंकर घोष को आज की शेष कार्यवाही के लिए सदन से निलंबित कर दिया।

मार्शलों के बीच जमकर हाथापाई
उन्होंने मार्शल को शंकर घोष को सदन से बाहर निकालने का निर्देश दिया। इस दौरान भाजपा विधायकों और मार्शलों के बीच जमकर हाथापाई हुई। उन्हें बाहर निकालने की कोशिश के बीच भाजपा के अन्य विधायक शंकर घोष के इर्द-गिर्द जुट गए, जिससे दोनों तरफ से खूब खींचतान चली और इसी बीच घोष नीचे फ्लोर पर गिर पड़े। इससे माहौल और भी गरम हो गया। काफी मशक्कत के बाद मार्शलों ने शंकर घोष को आखिरकार जबरन खींच के सदन से बाहर निकाला।
भारी शोरगुल के बीच मुख्यमंत्री अपनी बातें रखने की कोशिश करती रहीं, लेकिन भाजपा विधायकों का प्रदर्शन जारी रहा। इसके बाद स्पीकर ने अलग-अलग समय में एक- एक कर भाजपा के चार अन्य विधायकों- अग्निमित्रा पाल, मिहिर गोस्वामी, अशोक डिंडा व बंकिम घोष को भी सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में निलंबित कर दिया। स्पीकर ने भाजपा विधायकों के आचरण की निंदा करते हुए कहा कि ये विधानसभा है क्लब रूम नहीं।
भाजपा बांग्ला व देश विरोधी है
वहीं, सदन में भारी शोरगुल के बीच ममता ने अपने भाषण के दौरान भाजपा पर तीखा हमला बोला। ममता ने कहा कि भाजपा बांग्ला भाषा व बंगाल से नफरत करती है। भाजपा को उन्होंने बांग्ला व देश विरोधी तक बताया। ममता ने भाजपा को चोर, डकैतों का दल बताया।
कहा कि भाजपा सबसे बड़ा चोर व डकैतों का दल है। नाथुराम गोडसे का दल है भाजपा। पूरे देश में भाजपा अत्याचार कर रही है। बंगाल में भी उत्पीड़न कर रही है, मेरी बात को लोग सुन नहीं सके ये भाजपा की साजिश है। बांग्ला भाषा को अपमानित करने वाली पार्टी का नाम भाजपा है। भाजपा बंगाल को पराधीन करना चाहती है। मैं बांग्ला भाषा का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगी।

ममता ने मोदी चोर के लगाए नारे
ममता ने सदन में भाजपा चोर, मोदी चोर, वोट चोर, गद्दी छोड़ जैसे नारे भी लगाए।ममता ने कहा कि देश से अब भाजपा की विदाई का घंटा बजा चका है। उन्होंने यहां तक कहा कि मैं भाजपा को धक्का देकर जीरो कर दूंगी। ममता ने कहा कि भाजपा का आजादी के आंदोलन से कोई सरोकार नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने अंग्रेजों की दलाली की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अंग्रेजों के साथ साजिश कर उसने (भाजपा) देश का विभाजन करा दिया और देश की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली लेकर चला गया।







