Aaj ka Panchang: आज शुक्र प्रदोष व्रत, भगवान शिव और माता पार्वती की करें पूजा; पढ़ें पंचांग

Daily Samvad
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Aaj ka panchang

डेली संवाद, जालंधर। Aaj ka Panchang 5 September 2025: आज 5 सितंबर 2025 की तारीख है, शुक्रवार (Friday) का दिन है। शुक्र प्रदोष व्रत भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती को समर्पित एक विशेष व्रत है।

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यह व्रत प्रेम, वैवाहिक सुख, पारिवारिक सौहार्द और मानसिक शांति के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। विशेष रूप से विवाहित दंपतियों और वैवाहिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए यह व्रत लाभकारी होता है। ऐसे में आईए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 05 September 2025) के बारे में।

Lord Shiva
Lord Shiva

आज का पंचांग (Panchang 5 September 2025)

  • भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि समाप्त – ब्रह्म मुहूर्त 3 बजकर 12 मिनट पर
  • शोभन योग – दोपहर 1 बजकर 53 मिनट तक

करण –

  • कौलव – दोपहर 3 बजकर 45 मिनट तक
  • तैतिल – ब्रह्म मुहूर्त 3 बजकर 12 मिनट तक
  • वार – शुक्रवार

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय – सुबह 6 बजकर 1 मिनट से
  • सूर्यास्त – शाम 5 बजकर 16 मिनट पर
  • चंद्रोदय – प्रातः 5 बजकर 16 मिनट से
  • चंद्रास्त – ब्रह्म मुहूर्त 4 बजकर 15 मिनट पर (6 सितंबर)
  • सूर्य राशि – सिंह
  • चंद्र राशि – मकर

शुभ समय

  • अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक
  • अमृत काल – दोपहर 1 बजकर 16 मिनट से दोपहर 2 बजकर 52 मिनट तक
Lord Shiva
Lord Shiva

अशुभ समय

  • राहुकाल – सुबह 10 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक
  • गुलिकाल – सुबह 7 बजकर 36 मिनट से सुबह 9 बजकर 10 मिनट तक
  • यमगण्ड – दोपहर 3 बजकर 29 मिनट से दोपहर शाम 5 बजकर 3 मिनट तक

आज का नक्षत्र

आज चंद्रदेव श्रवण नक्षत्र में रहेंगे…

  • श्रवण नक्षत्र: रात 11 बजकर 38 बजे तक
  • सामान्य विशेषताएं: सीखने की क्षमता, बुद्धिमान, सहयोगी, ज्ञानार्जन, सुनने में निपुण, आत्मविश्वास की कमी, जिज्ञासु, अत्यधिक सतर्क और जिज्ञासु
  • नक्षत्र स्वामी: चंद्रमा
  • राशि स्वामी: शनि
  • देवता: विष्णु (रक्षक)
  • प्रतीक: कान
Puja Path
Puja Path

आज का व्रत और त्योहार – शुक्र प्रदोष व्रत

शुक्र प्रदोष व्रत हर महीने की श्रवण और भाद्रपद मास की शुक्रवार को प्रदोष काल में मनाया जाता है। इस दिन व्रती दिनभर उपवास रखते हैं और शाम को भगवान शिव का पूजन एवं पार्वती माता की आराधना करते हैं। व्रत का पालन श्रद्धा और भक्ति से करने पर जीवन में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।















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