डेली संवाद, लुधियाना। Punjab Rainfall Ludhiana Flood Situation Sasrali Dam Sutlej Water Level: पंजाब के लुधियाना में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। लुधियाना ईस्ट के इलाके में बाढ़ का खतरा ज्यादा है। यहां राहों रोड पर सतलुज नदी पर गांव ससराली के पास बांध किसी भी वक्त टूट सकता है। कल ही सतलुज के तेज बहाव से बांध और नदी के बीच की मिट्टी खिसक चुकी है।
लुधियाना (Ludhiana) में सतलुज के बांध की स्थित को देखते हुए हालात को देखते हुए बांध के पास सेना और NDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं। कल हालात संभालने के लिए पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा (Swapan Sharma IPS) और DC हिमांशु जैन (Himanshu Jain IAS) बांध के किनारे बैठे हैं।

10 फीट ऊंचा रिंग बांध बनाया जा रहा
बांध टूटने के बाद पानी शहर की तरफ जाने से रोकने के लिए उसके 500 मीटर दूरी पर 10 फीट ऊंचा रिंग बांध बनाया जा रहा है ताकि पानी के तेज बहाव को रोका जा सके। अगर यह बांध टूटा तो लुधियाना के 14 गांवों में बाढ़ आ सकती है। जिसके बाद राहों रोड, टिब्बा रोड, ताजपुर रोड, नूरवाला रोड, समराला चौक तक पानी आ सकता है।
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इसके अलावा साहनेवाल में धनांसू की तरफ भी इसकी मार पड़ सकती है। 50 हजार से ज्यादा लोगों को बांध टूटने से ज्यादा खतरा हो सकता है। चिंता की बात ये है कि जिस भाखड़ा डैम से इस सतलुज नदी में पानी आता है, उसका जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। इसमें खतरे के निशान 1680 से थोड़ा कम यानी 1678.74 फीट पर चल रहा है। इसके चारों गेट 10-10 फुट तक खोले गए हैं।

रेस्क्यू सेंटर्स पर जाने की सलाह
इस समय बांध में पानी की आमद 76,318 क्यूसेक है, जबकि निकासी 80,792 क्यूसेक की जा रही है। बांध टूटा तो 14 गावों को होगा खतरा: ससराली, बूंट, रावत, हवास, सीड़ा, बूथगढ़, मंगली टांडा, ढेरी, ख्वाजके, खासा खुर्द, मंगली कादर, मत्तेवाड़ा, मांगत और मेहरबान शामिल हैं। इन इलाकों के लोगों को जरूरी सामान और दस्तावेज सुरक्षित रखने तथा हालात बिगड़ने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों या बनाए गए रेस्क्यू सेंटर्स पर जाने की सलाह दी गई है।
प्रशासन ने निर्देश जारी किए
- लगातार सतर्क रहें और हालात पर नजर बनाए रखें।
- यदि दो मंजिला मकान में हैं तो ऊपरी मंजिल पर ही रहें।
- निचले इलाकों या एक मंजिला घरों में रहने वाले लोग अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
- जरूरी दस्तावेज़ और सामान पानी-रोधी बैग में रखें ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत साथ ले जाया जा सके।
- बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को सबसे पहले सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं।

बांध पर अधिकारियों ने डाला डेरा
बांध पर अधिकारियों ने दरिया किनारे डेरा डाला है। हर समय सरकार को अपडेट दिया जा रहा है। यह बांध लुधियाना शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। इस दरिया के एक तरफ लुधियाना तो दूसरी साइड नवांशहर और जालंधर का कुछ हिस्सा पड़ता है।
लोग 10 दिन से नजर रख रहे थे। लेकिन दो दिन से काफी संख्या में लोग जुटे हुए है। बांध को संभालने के लिए लोग जुटे हुए है। दूसरी तरफ श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ भी चल रहा है। अरदास की जा रही है कि स्थिति में सुधार हो और पानी का जलस्तर घटे।






