डेली संवाद, काठमांडू। Nepal News: Protest in Kathmandu Live Update: नेपाल (Nepal) में भयंकर तरीके से दंगा हो रहा है। कई इलाकों में कर्फ्यू (Curfew in Nepal) लगा दिया गया है। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। इस सब के बीच नेपाल के गृह मंत्री रमेश लेखक (Home Minister Ramesh Lekhak) अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
नेपाल (Nepal) में फैली हिंसा और आगजनी में अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 450 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। ये सब नेपाल में इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स समेत कई सोशल मीडिया एप्प पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस फैसले के खिलाफ नेपाली युवाओं ने हिंसक प्रदर्शन किया।

गृह मंत्री रमेश लेखक का इस्तीफा
उधर, नेपाल में सोशल मीडिया बैन (Socail Media Banned) और भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों से हुई मौतों की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए गृह मंत्री रमेश लेखक (Ramesh Lekhak) अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को सौंपा और कहा कि सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग में हुई मौतों के लिए उन्हें गहरा दुख है।
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नेपाल में करप्शन, बेरोजगारी और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ बड़ी संख्या में युवा खासकर जेनरेशन Z (18 से 28 साल) सड़कों पर उतर आए हैं। यही नहीं 12 हजार से ज्यादा उग्र प्रदर्शनकारी संसद भवन परिसर में घुस गए। इसके बाद सुरक्षा बलों ने कई राउंड फायरिंग की।

दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश
संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, उपराष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास के आसपास कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। काठमांडू प्रशासन ने तोड़फोड़ करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी जारी किए। नेपाल के इतिहास में संसद में घुसपैठ का यह पहला मामला है। बढ़ते दबाव के बीच सरकार ने सोशल मीडिया एप्स पर लगाए गए बैन को हटा दिया है।






