डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: करीब दो साल तक एक ठग चंडीगढ़ में दोहरी ज़िंदगी जीता रहा, सेना का मेजर बनकर पुलिस दफ्तरों में रौब जमाता रहा, और यहाँ तक कि पुलिसवालों से सलामी भी लेता रहा। आखिरकार यह नौटंकी तब खत्म हुई जब क्राइम ब्रांच ने आरोपी गणेश भट्ट (Ganesh Bhatt) को गिरफ्तार कर लिया, जो मूल रूप से उत्तराखंड (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ का रहने वाला है और अब पंचकूला में रहता है।

रिमांड के बाद कोर्ट ने भेजा जेल
चंडीगढ़ (Chandigarh) में पकड़े गए फर्जी मेजर गणेश भट्ट से पुलिस ने मेजर की यूनिफॉर्म और मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। आरोपी को ऑपरेशन सेल की टीम 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर राजस्थान व गुरुग्राम गई थी। जयपुर से आर्मी यूनिफॉर्म बरामद किया गया और मोबाइल फोन भी गुरुग्राम से बरामद हुआ। रिमांड पूरा होने के बाद उसको जेल भेज दिया गया है। फर्जीवाड़े का भेद महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर खुला।
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फर्जी मेजर गणेश भट्ट को 5 दिन के पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में बुड़ैल जेल भेज दिया गया। वहीं उस दौरान ऑपरेशन सेल ने कोर्ट को बताया कि आरोपी से यूनिफॉर्म और मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए हैं। इसके अलावा एक अंगूठी भी थी जो बरामद नहीं हुई है। इससे पहले जब गणेश क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में था, उस दौरान क्राइम ब्रांच ने भी दो बार कोर्ट में 7-7 दिन का पुलिस रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

किन अफसरों के थे संपर्क में, अब खुलेंगे राज
आरोपी गणेश भट्ट की गिरफ्तारी के समय कहा जा रहा था कि वह पुलिस के बड़े अधिकारियों के संपर्क में था, लेकिन उन अधिकारियों के नामों का खुलासा नहीं किया गया था। अब तो पुलिस ने गणेश का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। अब देखना होगा कि चंडीगढ़ पुलिस के वे कौन से बड़े अफसर थे जिनके संपर्क में गणेश भट्ट था।
यही नहीं कहा जा रहा है कि वह अफसरों के साथ लंच भी करता था। इसका खुलासा फोन कॉल से होगा कि वह चंडीगढ़ पुलिस के किन-किन अफसरों के साथ फोन पर बात करता था, किस समय करता था, कितनी देर और दिन में कितनी बार करता था।
महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर FIR
आरोपी गणेश भट्ट को चंडीगढ़ पुलिस में तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर 22 अगस्त 2025 को पंचकुला से गिरफ्तार किया गया था। यह एफआईआर क्राइम ब्रांच में दर्ज की गई थी, जिसमें महिला कॉन्स्टेबल ने आरोप लगाया था कि गणेश भट्ट ने खुद को फर्जी मेजर बताकर झूठ बोलकर उससे 5 लाख रुपए ले लिए।







