डेली संवाद, नई दिल्ली। Navratri 2025: नवरात्रि का त्योहार चल रहा है, आज दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) है। 9 दिवसीय उत्सव- सोमवार 22 सितम्बर 2025 से गुरुवार 2 अक्टूबर 2025 तक मनाया जाएगा, जो देवी दुर्गा और उनके नौ दिव्य रूपों को समर्पित नौ दिनों की भक्ति का प्रतीक है। मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाने वाला यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
इन 9 दिनों के दौरान, भक्त उपवास रखते हैं, माँ दुर्गा के 9 अवतारों की विशेष पूजा करते हैं और स्वास्थ्य, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए मंत्रों का जाप करते हैं। प्रत्येक दिन दुर्गा के एक अलग रूप से जुड़ा हुआ है।
नवरात्रि केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि आंतरिक शुद्धि और नवीनीकरण का समय है, जो शरीर, मन और आत्मा को सकारात्मक ऊर्जा के साथ जोड़ता है। ऐसे में नवरात्री का व्रत खोलते समय हमेशा समझ नहीं आता की पहले क्या खाना चाहिए? आज हम आपकी इस समस्या का हल इस आर्टिकल में कर रहे है।
इन पदार्थों का करें सेवन
अपने नवरात्रि व्रत को तोड़ने के लिए, पेट को आराम देने के लिए फलों से शुरुआत करें, फिर साबूदाना, फल, दूध, पनीर और आलू व कद्दू जैसी अनुमत सब्ज़ियों जैसे सात्विक खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करें, और केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें। इसके अलावा आलू, शकरकंद, कद्दू, लौकी, कच्चा केला आदि जैसे फल और सब्जियों जैसे सात्विक खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
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पानी, फलों का रस, दूध, छाछ, लस्सी, शेक और स्मूदी पिएं। सफेद नमक, चाट मसाला और काला नमक से बचें और सेंधा नमक और काली मिर्च का सेवन कर सकते है। मांसाहारी खाद्य पदार्थों, प्याज, लहसुन, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, शराब और तंबाकू से बचें और सुनिश्चित करें कि आप केवल प्रसंस्कृत फ़ास्ट फ़ूड या ज़रूरत से ज़्यादा खाने के बजाय स्वस्थ और संतुलित भोजन करें।

व्रत तोड़ने के लिए क्या करें
फलों से शुरुआत करें: व्रत के बाद अपने पेट को ठोस खाद्य पदार्थों के अनुकूल बनाने में मदद के लिए अपने भोजन की शुरुआत फलों से करें।
सात्विक भोजन करें: शुद्ध और सात्विक माने जाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे फल, दूध, दही, पनीर, घी, साबूदाना और आलू, कद्दू और लौकी जैसी अनुमत सब्ज़ियाँ।

सेंधा नमक का प्रयोग करें: मसाले के लिए केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें, नियमित नमक का नहीं।
शुद्ध वातावरण बनाए रखें: अपने भोजन को स्वच्छ, शुद्ध रसोई के वातावरण में श्रद्धा और कृतज्ञता के साथ पकाएँ।
प्रसाद चढ़ाएँ: आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रसाद (देवता द्वारा अभिमंत्रित भोजन) खाने से पहले चढ़ाएँ।
हल्का भोजन करें: पेट फूलने से बचने के लिए भारी, चिकनाई युक्त भोजन के बजाय, हल्का, आसानी से पचने वाला भोजन चुनें।
व्रत तोड़ने के लिए क्या न करें
मांसाहारी और अन्य प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों से बचें: मांसाहारी भोजन, प्याज, लहसुन और अन्य गैर-सात्विक चीज़ों जैसे शराब और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से दूर रहें।

ज़्यादा न खाएँ: अनुमत खाद्य पदार्थों के साथ भी, ज़्यादा खाने से बचें, क्योंकि संयम ही एक सार्थक व्रत की कुंजी है।
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से दूर रहें: प्रसंस्कृत या पैकेज्ड “नवरात्रि विशेष” खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, क्योंकि उनमें अस्वास्थ्यकर तत्व और संरक्षक हो सकते हैं।
ज़रूरत से ज़्यादा ज़ोर न लगाएँ: व्रत के बाद अपने शरीर पर ज़्यादा ज़ोर न डालें; स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अपने शरीर की ज़रूरतों को सुनें।
भारी/चिकना भोजन से बचें: चिकना भोजन न खाएँ जो आपको पेट फूलने का एहसास करा सकता है या व्रत की अवधि को कम स्वस्थ बना सकता है।








