डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब (Punjab) के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को सशक्त बनाने और पारंपरिक कारीगरी को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आज ‘पहिल मार्ट’ का उद्घाटन किया गया। यह मार्ट ग्रामीण क्षेत्रों के स्वयं-सहायता समूहों (एस.एच.जी.) द्वारा तैयार हस्तशिल्प वस्तुएँ और जैविक उत्पादों को समर्पित एक विशेष बाज़ार है।
इस मार्ट का उद्घाटन बुधवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंंद, पंजाब (Punjab) के मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा और ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के प्रबंधकीय सचिव अजीत बालाजी जोशी द्वारा पंजाब सिविल सचिवालय, सेक्टर 1, चंडीगढ़ में किया गया।
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प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की कारीगरी और उद्यमिता को प्रदर्शित करने वाला यह “पहिल मार्ट” लोगों को पंजाब की समृद्ध विरासत का अनूठा अनुभव प्रदान करता है और ग्रामीण कारीगरों की समर्पण और नवाचार को दर्शाते हुए जैविक उत्पादों की एक श्रृंखला पेश करता है। इस पहल के तहत न केवल स्वयं-सहायता समूहों द्वारा तैयार वस्तुओं को सीधे बाज़ार तक पहुँचाया जाता है, बल्कि ग्रामीण समुदायों में स्वावलंबन, आर्थिक प्रगति और महिला सशक्तिकरण की लहर पैदा करने हेतु यह मंच तैयार किया गया है।
महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में करेगा मदद
इस मार्ट पर उपलब्ध प्रमुख उत्पादों में फुलकारी, सूट, जूतियाँ, शहद, अचार, स्क्वैश, सिरका, तेल, मसाले, गेहूँ का आटा, पापड़, साबुन, मुरब्बे, मोमबत्तियाँ आदि शामिल हैं। सौंंद ने मार्ट की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह स्वावलंबन, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक कदम है। उन्होंने कहा कि “पहिल मार्ट” पंजाब की ग्रामीण महिलाओं की रचनात्मकता और उद्यमी भावना का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यह मार्ट स्वयं-सहायता समूहों को नए बाज़ारों तक पहुँचाने और सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद करेगा।
उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि यह मंच अन्य महिलाओं को स्व-रोज़गार अपनाने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे सामाजिक प्रगति में वृद्धि होगी। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त शीना अग्रवाल, सी.ई.ओ. पी.एस.आर.एल.एम. वरजीत वालिया, ए.सी.ई.ओ. पी.एस.आर.एल.एम. रुपाली टंडन और महा सचिव प्रबंधन गौरी प्रसाद जोशी सहित ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और एस.एच.जी. सदस्य उपस्थित थे।







