Punjab News: हरजोत सिंह बैंस की अगुवाई में मंत्रियों की टीम करेगी नगर कीर्तन के मार्गों का निरीक्षण

Daily Samvad
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Harjot Singh Bains

डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में राज्यभर में भव्य तैयारियाँ चल रही हैं। इन तैयारियों की समीक्षा के लिए उनकी अगुवाई में गठित मंत्रियों की टीम — जिसमें हरभजन सिंह ई.टी.ओ. और तरुनप्रीत सिंह सौंद शामिल हैं — 8 नवंबर से शुरू होकर राज्यभर में निकाले जा रहे चार प्रमुख नगर कीर्तनों के निर्धारित मार्गों का निरीक्षण करेगी।

सभी तैयारियाँ सुचारू रूप से पूरी की जा सकें

हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains) ने कहा, “हम विकास परियोजनाओं, सड़कों के कार्यों और लॉजिस्टिकल प्रबंधों सहित सभी इंतजामों की बारीकी से समीक्षा करेंगे। इसके लिए उपायुक्तों, स्थानीय विधायकों और संत महापुरुषों के सहयोग से बैठकें आयोजित की जाएंगी, ताकि इस ऐतिहासिक अवसर पर सभी तैयारियाँ सुचारू रूप से पूरी की जा सकें।”

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उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अध्यक्षता में धार्मिक पैनल की बैठक के उपरांत, वे आज पंजाब भवन में पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के सलाहकार श्री दीपक बाली के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अवसर बाबा बलबीर सिंह जी (96 करोड़ी वाले), बाबा कश्मीर सिंह जी (भूरी वाले), बाबा सतनाम सिंह जी (किला आनंदगढ़ साहिब वाले), बाबा अवतार सिंह जी (टिब्बी साहिब, रूपनगर वाले), बाबा तीर्थ सिंह जी (तप स्थान भाई जैता जी)।

बाबा जीवन सिंह, बाबा सुखविंदर सिंह जी (रतवाड़ा साहिब वाले), सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल, एस.जी.पी.सी. सदस्य भाई गुरप्रीत सिंह जी (रंधावे वाले), संत सेवा सिंह (रामपुर खेड़ी वाले), और बाबा गुरदेव सिंह (शहीदी बाग, श्री आनंदपुर साहिब वाले) सहित कई प्रमुख धार्मिक हस्तियाँ उपस्थित थीं।

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ये आयोजन गुरु साहिब की निःस्वार्थ भावना

शिक्षा मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस को “हिंद दी चादर” के रूप में श्रद्धापूर्वक मनाएगी। ये आयोजन गुरु साहिब की निःस्वार्थ भावना, “सरबत दा भला” और मानवता के लिए उनके बलिदान की सदीवी विरासत को दर्शाएगे।

उन्होंने बताया कि समारोहों की शुरुआत 25 अक्तूबर 2025 को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा सीस गंज साहिब में अरदास से होगी, जिसके पश्चात गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा। इसके बाद पंजाब के सभी कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में (निजी एवं एडेड संस्थान सहित) गुरु साहिब के जीवन, शिक्षाओं और शहादत के साथ-साथ उनके मर्जीवड़े शिष्यों — भाई मती दास जी, भाई सती दास जी, भाई दयाला जी और भाई जैता जी — के बलिदान पर आधारित सेमिनार और विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

23 जिलों में लाइट एंड साउंड शो आयोजित होंगे

स हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि 1 से 18 नवंबर तक राज्य के सभी 23 जिलों में लाइट एंड साउंड शो आयोजित होंगे, जिनमें नौवें गुरु साहिब के जीवन और उनके अनुयायियों की वीरता को प्रदर्शित किया जाएगा। और भाई मती दास जी भाई सती दास जी और भाई दयाला जी के बारे में बताया जाएगा।गुरु साहिब की चरण-छोह प्राप्त 130 पवित्र स्थलों पर कीर्तन दरबार होंगे।

विशेष आयोजन अमृतसर (जन्मस्थान), बाबा बकाला (जहाँ गुरु जी ने 26 वर्ष साधना की), श्री आनंदपुर साहिब (उनके द्वारा बसाया नगर) और पटियाला (जहाँ उन्होंने लम्बा समय व्यतीत किया) में होंगे। इन शहरों के सौंदर्यीकरण के लिए भी विशेष मुहिम चलाई जाएगी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि चार प्रमुख नगर कीर्तन देश के अलग-अलग हिस्सों से आरंभ होंगे और 22 नवंबर की संध्या श्री आनंदपुर साहिब में संपन्न होंगे।

22 नवंबर की शाम को श्री आनंदपुर साहिब पहुँचेगा

एक नगर कीर्तन 19 नवंबर को श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) से आरंभ होकर जम्मू, पठानकोट और होशियारपुर से गुजरेगा। इस नगर कीर्तन में मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान और संत महापुरुष शामिल होंगे, जो राज्य के धार्मिक पैनल का हिस्सा है।एक अन्य नगर कीर्तन गुरदासपुर से शुरू होकर बटाला, बाबा बकाला, अमृतसर, जालंधर, बलाचौर और नूरपुर बेदी होते हुए आनंदपुर साहिब पहुँचेगा।

तीसरा नगर कीर्तन मालवा के फरीदकोट से शुरू होकर फिरोजपुर, मोगा, लुधियाना और फतेहगढ़ साहिब तक जाएगाऔर चौथा तख्त श्री दमदमा साहिब से शुरू होकर बठिंडा, संगरूर, पटियाला और मोहाली से होता हुआ 22 नवंबर की शाम को श्री आनंदपुर साहिब पहुँचेगा।

समारोह 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में होंगे

हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि मुख्य समारोह 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में होंगे, जहाँ विश्वभर से लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। श्रद्धालुओं के ठहरने हेतु “चक्क नानकी” टेंट सिटी स्थापित की जाएगी, जहाँ रोजाना 11,000 से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी।

समारोहों की शुरुआत 23 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब से होगी, जिसके बाद सर्व-धर्म सम्मेलन, विरासत-ए-खालसा में प्रदर्शनी, शाम 5 बजे राज्य का पहला ड्रोन शो और 6 बजे कीर्तन दरबार होगा। दिन का समापन “शहादत दी लौ” से होगा, जब पवित्र नगरी मशालों से जगमगाई जाएगी। 24 नवंबर को “सीस भेंट” नगर कीर्तन श्री कीरतपुर साहिब से श्री आनंदपुर साहिब तक निकाला जाएगा।

नौवें गुरु साहिब के शब्दों का कीर्तन होगा

इस अवसर पर पहली बार पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र श्री आनंदपुर साहिब स्थित भाई जैता जी स्मारक पर आयोजित होगा। 25 नवंबर को अखंड पाठ के भोग के उपरांत प्रसिद्ध रागी जथों द्वारा नौवें गुरु साहिब के शब्दों का कीर्तन होगा। हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि इन कार्यक्रमों के साथ राज्यस्तरीय रक्तदान शिविर, वन विभाग द्वारा 3.50 लाख पौधारोपण अभियान और स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंगदान हेतु संकल्प समारोह भी होंगे।

हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की याद में होने वाले ये शहीदी समारोह समाज को धर्मनिरपेक्षता, करुणा और मानवीय मूल्यों की भावना से प्रेरित करेंगे। धर्म की स्वतंत्रता के लिए गुरु साहिब द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान सभी धर्मों के सम्मान और संरक्षण के शाश्वत संदेश को सुदृढ़ करता है।















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