डेली संवाद, जालंधर। GST Scam in Jalandhar Punjab News Update: जालंधर में बोगस बिलिंग (GST Bogus Billng) के जरिए करोड़ों रुपए के GST स्कैम का पर्दाफाश हुआ है। स्टेट जीएसटी (GST) टीम ने करीब 90 करोड़ रुपए के बोगस जीएसटी बिल पकड़ा है। इसके जरिए 4 फर्मों ने करीब 14 करोड़ रुपए सरकार से रिफंड ले लिया। यही नहीं, पिछले दिनों इसी सिलसिले में स्क्रैप कारोबारी के यहां रेड भी हुई थी।
स्टेट जीएसटी (GST) टीम के अफसरों के मुताबिक जालंधर (Jalandhar) की 4 फर्मों को पकड़ा गया है। इन फर्मों के मालिकों ने करीब 90 करोड़ रुपए की बोगस बिलिंग (GST Bogus Billing) की है। इसमें जालंधर (Jalandhar) के कुछ स्क्रैप कारोबारी के साथ सरिया विक्रेता शामिल हैं। इसकी जांच जीएसटी टीम कर रही है।

इन फर्मों ने काटे फर्जी बिल
जीएसटी विभाग के एसटीओ हर्षदीप सिंह और उनकी टीम के मुताबिक बीएमएस इंटरप्राइजेज, जेएस इंटरप्राइजेज, शिव शक्ति ट्रेडिंग और कुमार ट्रैडर्स के मालिकों ने करीब 90 करोड़ रुपए फर्जी बिलिंग की है। इसके एवज में इन फर्मों ने सरकार ने करीब 14 करोड़ रुपए की जीएसटी रिफंड भी लिया है।
ऐसे होती है GST चोरी
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जीएसटी का नियम है कि कच्चे माल पर जीएसटी की दर अधिक होती है। जबकि इससे तैयार माल पर जीएसटी की दर कम होती है। इन दोनों के बीच में जो अंतर है, उसके बराबर रकम सरकार रिफंड कर देती है। कबाड़ के फर्जी कारोबार करके इस रकम की चोरी की जाती है।
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जांच में पता चला है कि फर्जी बिलिंग करने वाली फर्मों ने कबाड़ की खरीद-फरोख्त दिखाई है। लोहा, तांबा, पीतल के कबाड़ पर 18 फीसदी जीएसटी लगती है। कारखाने में जो लोहे के प्रोडक्ट तैयार होते हैं इसमें वेस्ट मैटेरियल भी पैदा होता, इसे कबाड़ कहते हैं। इसके साथ ही पुराने स्क्रैप भी शहर में इकट्ठा होते हैं। इसी स्क्रैप के जरिए जीएसटी की चोरी और बोगस बिलिंग की जाती है।

स्क्रैप कारोबारी के यहां छापा
सूत्रों के अनुसार जालंधर में देवी तालाब मंदिर के पास एक स्क्रैप विक्रेता के यहां जीएसटी विभाग ने पिछले दिनों छापा मारा गया। लेकिन इस छापे को गुप्त रखा गया। विभाग को कुछ इनपुट मिली थी कि स्क्रैप विक्रेता की तरफ से बिलिंग को लेकर कुछ हेर फेर किया गया है। जिसके आधार पर विभाग ने रेड की।
छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज जब्त किए गए, जिन्हें लेकर जांच की जा रही है। सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि जो कागजात जब्त किए गए हैं, उनमें बोगस बिलिंग को लेकर भी कुछ सबूत मिले हैं, जिनके आधार पर स्क्रैप विक्रेता पर बड़ा एक्शन हो सकता है।
कई बार पहले भी दबिश
इससे पहले भी इस स्क्रैप विक्रेता के यहां विभाग कई बार दबिश दे चुका है। लेकिन हर बार सैटिंग के बाद मामला रफा दफा हो जाता है। फिलहाल इस छापेमारी को भी दबाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन विभागीय अधिकारी कार्ऱवाई के पक्ष में हैं।
विभाग के एसटीओ पवन शर्मा ने इस छापेमारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि स्क्रैप विक्रेता के यहां विभाग ने जांच की है। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि विभाग ने कागजात जब्त किए हैं लेकिन इन कागजात में बोगस बिलिंग को लेकर क्या प्रमाण मिले हैं, इस संबंध में उन्होंने जानकारी देने से इन्कार कर दिया।
सही जांच तो करोड़ों का स्कैम निकलेगा
उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है तथा अगर जरूरत पड़ी तो अगली कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि अगर इस मामले में गहनता से जांच की जाए तो पंजाब में बोगस बिलिंग के बड़े रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है।







