डेली संवाद, चंडीगढ़। Transfer Posting News: चंडीगढ़ नगर निगम (Municipal Corporation Chandigarh) में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) के आदेश के बाद चीफ इंजीनियर संजय अरोड़ा (Sanjay Arora) को पद से हटा दिया गया है।

केपी सिंह बन सकते है नए चीफ इंजीनियर
उनकी जगह केपी सिंह (KP Singh) को नया चीफ इंजीनियर नियुक्त किए जाने की संभावना है। जानकारी के अनुसार, यह फैसला सीधे गवर्नर द्वारा मंजूर किया गया है, जबकि आमतौर पर ऐसे तबादलों की मंजूरी होम सेक्रेटरी (लोकल गवर्नमेंट) की ओर से दी जाती है।
यह भी पढ़ें: जालंधर के अरमान अस्पताल में इलाज के दौरान मृत हुई टीचर के परिजनों को इंसाफ की दरकार
सूत्रों के अनुसार, मेयर के करीबी कुछ भाजपा पार्षद संजय अरोड़ा के कार्यों से नाराज थे और उनके खिलाफ लगातार शिकायतें गवर्नर हाउस तक पहुंच रही थीं। वहीं, मनीमाजरा हाउसिंग प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारियां विरोधी पक्ष तक पहुंचने को लेकर भी नगर निगम के भीतर असंतोष की स्थिति बनी हुई थी।
अफसरों के चहेते, मगर पार्षदों से नहीं बनी
चीफ इंजीनियर संजय अरोड़ा इस समय नगर निगम (Municipal Corporation Chandigarh) के सभी छोटे बड़े अफसरों के चहेते रहे हैं। मगर, उनका भाजपा के पार्षदों के साथ नहीं बन रही थी।
जिस वजह से नगर निगम में लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई थी। भले ही नगर निगम मेयर हरप्रीत कौर बबला का कार्यकाल डेढ़ माह का ही रह गया हो, मगर भाजपा के पार्षदों की वजह से यह कार्रवाई हो पाई है।

अरोड़ा को क्यों हटया
- बड़े टेंडर सिरे नहीं चढ़ पा रहे थे, जिसमें कचरा निपटारा प्लांट डडूमाजरा में बनना है, एनजीटी और हाईकोर्ट ने जुर्माना लगाया हुआ है।
- पार्षदों और ठेकेदारों के साथ लगातार टकराव की स्थिति बन रही थी।
- मनीमाजरा हाउसिंग प्रोजेक्ट के सभी कागजात विरोधी पार्षदों के पास जा रहे थे और इससे वह मेयर को घेरने में कामयाब हो रहे थे। आर्किटेक्ट विभाग से भी इस संबंधी शिकायत ऊपर जा रही थीं।
अरोड़ा 3 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके
संजय अरोड़ा यूटी एडमिनिस्ट्रेशन ज्वाइन करेंगे, वह वहां सुपरिटेंडेंट इंजीनियर थे और नगर निगम में चीफ इंजीनियर के लिए डेपुटेशन पर लगाए गए थे। इन्हें 24 सितंबर 2024 को यहां तैनात किया गया था और डेढ़ साल के कार्यकाल के बाद उन्हें यहां से हटा दिया गया है।
वह पहले ऐसे अधिकारी हैं, जो तीन साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सके हैं। संजय अरोड़ा पहले चीफ इंजीनियर थे, जो यूटी प्रशासन से नगर निगम में लगाए गए थे। इससे पहले पंजाब या हरियाणा के अधिकारियों की पोस्टिंग यहां होती थी।







