डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: डीएवी कॉलेज जालंधर में 17वीं राष्ट्रीय युवा संसद (राष्ट्रीय स्तर) का आयोजन राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में डीएवी कॉलेज ने राष्ट्रीय स्तर पर 17वीं राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन किया। इसे देश भर के विश्वविद्यालयों/कॉलेजों में राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता की योजना के तहत संसदीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सुशील रिंकू बतौर जज की भूमिका में उपस्थित हुए। उन्होंने युवा संसद की सराहना करते हुए कहा कि इससे हमारे युवाओं को संसद की गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी मिलती है।
पंजाब (Punjab) भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सुशील रिंकू ने युवा संसद के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उद्देश्य लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करना, अनुशासन विकसित करना, दूसरों के विचारों के प्रति सहिष्णुता और छात्र समुदाय को हमारे संसदीय संस्थानों के कामकाज को समझने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि डीएवी कॉलेज जालंधर देश का एकमात्र कॉलेज है जिसने तीन बार यह युवा संसद ट्रॉफी जीती है जबकि तीन बार प्रथम रनर अप स्थान हासिल किया है।

युवा संसद में राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों ने हिस्सा लिया
सुशील रिंकू ने कहा कि इस युवा संसद में राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों ने हिस्सा लिया। आयोजन में 55 छात्रों ने भाग लिया और उन्होंने वास्तविक संसद का रूप बनाने का सफलतापूर्वक प्रयास किया। बैठने की व्यवस्था संसद के प्रावधानों के अनुसार की गई थी। इसमें अध्यक्ष, सत्तारूढ़ दल मंत्री, प्रधानमंत्री, विपक्षी दल, उपसभापति, विपक्ष के नेता की भूमिका में छात्रों ने बेहतर संवाद कायम किया। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता, महासचिव आदि की भूमिकाएं छात्रों ने बहुत सफलतापूर्वक निभाईं।
यह भी पढ़ें: जालंधर नगर निगम में करप्शन, विदेश बैठे ससुर के नाम पर इंजीनियर बन गया ‘ठेकेदार’
सुशील रिंकू ने कहा कि राष्ट्रीय युवा संसद के सदस्यों ने विभिन्न राज्यों की पोशाक पहनी और राष्ट्रीय संसद का वास्तविक रूप प्रस्तुत किया। इस युवा संसद में एजेंडे में विभिन्न विषय थे। इसमें नव निर्वाचित सदस्यों द्वारा शपथ, श्रद्धांजलि संदर्भ, प्रधानमंत्री द्वारा सदन में नए मंत्रियों का परिचय, प्रश्नकाल, विशेषाधिकार हनन, मंत्रियों द्वारा रखे जाने वाले पत्र, शून्यकाल, महासचिव द्वारा उच्च सदन का संदेश, ब्रिटिश संसद प्रतिनिधिमंडल का स्वागत और अविश्वास प्रस्ताव का एजैंडा शामिल था।

शून्यकाल के दौरान कई मुद्दों पर बहस
रिंकू ने कहा कि युवा संसद में तमाम मुद्दों पर बहस हुई। इसमें स्टार्टअप, उद्यमिता, भारत का सेमीकंडक्टर मिशन, लोगों के स्वास्थ्य पर फास्ट फूड और जंक फूड के बुरे प्रभाव, भारत का बढ़ता रक्षा निर्यात, पंजाब में बाढ़, बढ़ती बेरोजगारी, मुद्रा का अवमूल्यन, चीन की भारत विरोधी नीतियां, भारत पर अमेरिका का भारी व्यापार शुल्क, पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य अभियान, सदन में बहस और चर्चा मुद्दे रहे। शून्यकाल के दौरान कई मुद्दों पर बहस हुई।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ। उनके साथ जज की भूमिका में शरद द्विवेदी संसदीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार, डॉ. राजीव देओल रजिस्ट्रार सेंट सोल्जर कॉलेज ऑफ लॉ शामिल हुए। निर्णायक मंडल ने इस प्रयास की सराहना की और छात्रों को ऐसे कार्यक्रमों में अधिक से अधिक भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। निर्णायक मंडल ने युवा संसद के सर्वश्रेष्ठ सदस्यों के रूप में 8 छात्रों का चयन किया।






