डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट सिंडिकेट को भंग करने के कदम पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस कदम को सुधार नहीं कहा जा सकता, बल्कि यह एक गहरी और सोची-समझी राजनीतिक साज़िश है।
पंजाब विश्वविद्यालय जनता का है- स्पीकर
उन्होंने आगे कहा कि यह केंद्र सरकार द्वारा देशभर में विभिन्न संस्थानों पर किए जा रहे हमलों की श्रृंखला का हिस्सा है। स्पीकर संधवां (Kultar Singh Sandhwan) ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय जनता का है, न कि उन लोगों का जो आम आदमी की आवाज़ को दबाना चाहते हैं।

यह भी पढ़ें: जालंधर के अरमान अस्पताल में इलाज के दौरान मृत हुई टीचर के परिजनों को इंसाफ की दरकार
संधवां ने बताया कि भविष्य में इसके दूरगामी नतीजे सामने आएंगे और इस देश की संघीय ढांचे को कमजोर करने की ऐसी कोशिशों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्पीकर ने कहा कि वह केंद्र सरकार के इस दुर्भाग्यपूर्ण फैसले के खिलाफ आवाज़ बुलंद करेंगे।






