डेली संवाद, बरेली। GST Scam: गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) का स्कैम रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जीएसटी टीम ने एक फर्जी कंपनी का पर्दाफाश किया है, जिसने फर्जी बिल के सहारे सरकार से 4.39 करोड़ रुपए आईटीसी हासिल की। जीएसटी टीम ने फर्जी कंपनी के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
जानकारी के मुताबिक जीएसटी (GST) विभाग के कुछ अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी फर्म बनाकर 4.39 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) ले लिया गया। जांच में पुष्टि होने के बाद जीएसटी टीम ने आरोपी अभिषेक ठाकुर निवासी वैशाली विहार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।

विनोद इंटरप्राइजेज अस्तित्व विहीन
पुलिस के अनुसार जीएसटी अधिकारी ने जांच के बाद बताया कि जौनपुर में पंजीकृत फर्म विनोद इंटरप्राइजेज अस्तित्व विहीन पाई गई। उक्त फर्म द्वारा पंजीयन के लिए प्रयुक्त मोबाइल नंबर और ईमेल पर अन्य फर्म के पंजीयन से ठाकुर इंटरप्राइजेज पंजीकृत पाई गई। जांच में जिस भवन संख्या और अन्य विवरण दिए गए थे वह मिले ही नहीं। किरायानामा भी फर्जी पाया गया।
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फर्म ने फर्जी बिलिंग के जरिए करीब करोड़ों रुपए की सप्लाई दिखाकर 4.39 करोड़ रुपए का अवैध आइटीसी पास आन किया गया। फर्म ने कोई टैक्स जमा भी नहीं किया। वाणिज्य कर विभाग ने फर्म के प्रोपराइटर अभिषेक ठाकुर, निवासी लोमा, वैशाली, बिहार के विरुद्ध गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करा दी।






