Jalandhar GST Raid: जालंधर में GST रेड के दौरान अग्रवाल ढाबे में मिला 3 करोड़ कैश, इसी ढाबे के मालिक ने MLA और महिला अफसर पर 10 लाख वसूली का लगाया था आरोप

जीएसटी के सुपरिंटेंडेंट कुलवंत राय के नेतृत्व में टीम ने ढाबे और मालिक के निवास स्थान पर भी छापेमारी की। जांच के दौरान तीन करोड़ रुपए से अधिक नकदी बरामद होने की जानकारी सामने आई है, जिसकी विभाग द्वारा जांच की जा रही है

Daily Samvad
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GST Raid
Highlights
  • कुछ साल पहले अग्रवाल ढाबे को बिल्डर्स ने खरीदा
  • बिल्डर्स के घर और ढाबे पर मिले कैश से होश उड़े
  • सैंट्रल GST टीम की कार्ऱवाई जारी, हो सकता है बड़ा खुलासा

डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar GST Raid Aggarwal Dhaba News Update: जालंधर के कूल रोड स्थित अग्रवाल ढाबे (Aggarwal Dhaba) पर छापेमारी के दौरान करीब 3 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ है। इस ढाबे को कुछ साल पहले शहर के एक नामी रिएल एस्टेट कारोबारी ने खरीदा था। कुछ महीने पहले जालंधर के एक विधायक और एक महिला अफसर पर इस ढाबे के मालिक ने 10 लाख रुपए देने की शिकायत भी विजीलैंस से की थी।

जालंधर (Jalandhar) में कूल रोड स्थित अग्रवाल ढाबे (Aggarwal Dhaba) पर सेंट्रल GST विभाग की टीम ने छापा मारा। सैंट्रल GST की टीम ढाबे और उससे जुड़े प्रतिष्ठानों में टैक्स से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, ढाबा संचालक पर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का संदेह था, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई।

Aggarwal Vaishno Dhaba
Aggarwal Vaishno Dhaba

3 करोड़ कैश की जानकारी

सैंट्रल जीएसटी (GST) के सुपरिंटेंडेंट कुलवंत राय के नेतृत्व में टीम ने ढाबे और मालिक के निवास स्थान पर भी छापेमारी की। जांच के दौरान तीन करोड़ रुपए से अधिक नकदी बरामद होने की जानकारी सामने आई है, जिसकी विभाग द्वारा जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में टैक्स चोरी से संबंधित कई गड़बड़ियां सामने आई हैं।

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सैंट्रल GST की छापेमारी के दौरान बाहर आए विभागीय अधिकारी ने बताया कि मामला टैक्स चोरी से जुड़ा है और रिकॉर्ड में काफी अनियमितताएं मिली हैं। उन्होंने कहा कि विस्तृत जानकारी पूरी जांच के बाद विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मीडिया को देंगे।

GST Scam
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निगम अफसर के साथ रिश्तेदारी

सैंट्रल जीएसटी टीम की छापेमारी जारी है। इससे बड़ा खुलासा हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि ढाबा मालिक बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी कर रहा था। ढाबे के मालिक का मुख्य काम रिएल एस्टेट और बिल्डर्स का है। इसमें नगर निगम के एक अफसर की ढाबा मालिक के साथ रिश्तेदारी बताई जा रही है।

आपको बता दें कि अग्रवाल ढाबा की तीन इमारतें एक साथ जोड़ी गई हैं। जिस पर नगर निगम ने नोटिस दिया। इसके बाद अग्रवाल ढाबे की इमारत पर निगम ने कार्रवाई भी की थी। इसके बाद विजीलैंस ने कार्रवाई की। विजीलैंस ने करप्शन केस में एक विधायक और एक महिला अफसर को उठाया। इसके बाद ढाबे के मालिक ने विधायक और अफसर के खिलाफ विजीलैंस में गवाही दी थी कि उससे इमारत बनाने के लिए 10 लाख रुपए की वसूली की गई थी।















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