डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar PSPCL RTI News: पंजाब में आरटीआई एक्ट के अधीन सूचना मांगने वाले से ही पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के अफसरों ने करीब पौने चार लाख रुपए मांग लिए। PSPCL द्वारा पौने चार लाख मांगने पर आरटीआई एक्टिविस्ट ने इसकी अपील भी की, लेकिन चीफ इंजीनियर ने इस मामले को बंद कर दिया। अब आरटीआई एक्टिविस्ट ने इस केस की रिव्यू की मांग की है।
जालंधर (Jalandhar) के आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह ने PSPCL से नार्थ जोन में हो रहे कामों की जानकारी मांगी थी। नार्थ जोन में जालंधर, होशियारपुर, कपूरथला, नवांशहर, शहीद भगत सिंह नगर जिला आता है। आरटीआई एक्टिविस्ट ने नार्थ जोन में हुए कामों का एस्टीमेट मांगा था।

पेन ड्राइव में सूचना मांगी थी
आरटीआई एक्टिविस्ट ने आरटीआई के जरिए डिजिटल और पेन ड्राइव में सूचना मांगी थी, लेकिन PSPCL के अफसरों ने सूचना प्रदान करने में बाधा बन गए। अफसरों ने पत्र लिखकर आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह से 3,74,242 रुपए जमा करवाने कहा। अफसरों ने बताया कि जो सूचना वह मांग रहे हैं उसके लिए 1,87,121 पेज लगेंगे।
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हालांकि करणप्रीत सिंह ने जब आरटीआई के जरिए सूचना मांगी थी तब उन्होंने पेन ड्राइव व डिजीटल रूप से सूचना देने की मांग की थी। बावजूद अफसरों ने पेन ड्राइव में सूचना देने से मना कर दिया। उल्ट करणप्रीत सिंह ने 3,74,242 रुपए जमा करवाने को कहा गया।

चीफ इंजीनियर के पास अपील दायर
आरटीआई एक्टिविस्ट ने इसके बाद चीफ इंजीनियर के पास अपील दायर की। अपील के दौरान भी चीफ इंजीनियर ने आरटीआई एक्टिविस्ट की अपील को अनसुना कर दिया और केस को बंद कर दिया। जिससे अब आरटीआई एक्टिविस्ट ने रिव्यू के लिए पत्र लिखा है।
नार्थ जोन में वित्तीय गड़बड़ी
आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह का आरोप है की PSPCL ने नार्थ जोन में करोड़ों रुपए के कामों में वित्तीय गड़बड़ी की है। इसी को उजागर करने के लिए उन्होंने नार्थ जोन के एस्टीमेट की कापियां आरटीआई के जरिए मांगी थी। लेकिन PSPCL ने नया हथकंडा अपनाया है।

करणप्रीत सिंह ने कहा कि वेस्ट जोन के अफसरों ने कहा कि उन्हें उनकी आरटीआई समझ ही नहीं है। जिसका एक पत्र उन्होंने करणप्रीत सिंह को भेजा। बावजूद इसके PSPCL के अफसरों ने सूचना देने के लिए 3,74,242 रुपए जमा करवाने के लिए पत्र भेज दिया। करणप्रीत ने कहा कि जब वेस्ट जोन के अफसरों को उनकी आरटीआई समझ में नहीं है, तो पौने चार लाख रुपए किस हिसाब से मांग लिया।






