डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर जिले के फिल्लौर उपमंडल में देर रात एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। फिल्लौर के पास नया शहर रोड के समीप गांव नगर में रात लगभग 11 बजे सड़क पर जमा पानी के कारण बाइक फिसलने से एक महिला की मौत हो गई।
घटना के बाद ग्रामीणों में भारी रोष फैल गया और उन्होंने रात में ही सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया। सड़क की खराब हालत और जलभराव की समस्या के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गुस्सा इतना ज्यादा था कि पुलिस और प्रशासन को बीच रात मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करवाना पड़ा।

महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत
जानकारी के अनुसार, जालंधर (Jalandhar) के फिल्लौर (Phillaur) इलाके में मृतक महिला अपने बेटे के साथ मोटरसाइकिल पर कहीं जा रही थी। नया शहर रोड के निकट गांव नगर में सड़क पर लंबे समय से पानी जमा था। बाइक पानी में फिसलकर अनियंत्रित हो गई और महिला सड़क पर गिर पड़ी।
इतने में पीछे से आ रहे एक ट्रक का टायर उसके सिर के ऊपर से गुजर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में महिला का बेटा बाल-बाल बच गया। उसे हल्की चोटें आई हैं और उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
फिल्लौर पुलिस महिला के शव को देर रात पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले गई। फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो पाई है, जिसके लिए पुलिस प्रयास कर रही है।

गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम
दुर्घटना की खबर फैलते ही गांव के लोग बड़ी संख्या में सड़क पर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते अपरा से फिल्लौर तक नया शहर रोड को प्रदर्शनकारियों ने पूरी तरह बंद कर दिया। इससे लंबा जाम लग गया और वाहनों की कतारें दूर-दूर तक फैल गईं।
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रात 11 बजे शुरू हुए इस जाम को खुलवाने में पुलिस को कई घंटे लग गए। ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी कि जब तक प्रशासन सड़क की समस्या का समाधान नहीं करेगा, तब तक वे शव को नहीं उठाने देंगे।
पानी निकासी की व्यवस्था नहीं
लोगों ने बताया कि इस इलाके में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। आसपास के घरों से निकलने वाला पानी सड़क पर जमा हो जाता है, जिससे हमेशा फिसलन बनी रहती है।
स्थानीय लोगों का कहना था कि उन्होंने कई बार इस समस्या को BDPO फिल्लौर के संज्ञान में लाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही ने एक निर्दोष महिला की जान ले ली।

प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, BDPO सस्पेंड
लोगों के गुस्से को देखते हुए मामला प्रशासन तक पहुंचा। स्थिति बिगड़ती देख रात में ही नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों की शिकायतें सुनीं और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देकर माहौल को शांत किया।
मौके की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत कदम उठाते हुए फिल्लौर के BDPO को सस्पेंड कर दिया। यह कार्रवाई लोगों की मुख्य मांगों में से एक थी, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई।
पानी निकासी सुधारी जाए
प्रदर्शनकारियों ने जोर देकर कहा कि इस सड़क पर जलभराव के कारण हर रोज लोग गिरते हैं और कई बार चोटें लग चुकी हैं। उनका कहना था कि प्रशासन लापरवाह है और मरम्मत के लिए बार-बार निवेदन करने के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया।
लोगों ने स्पष्ट किया कि वे तब तक शांत नहीं होंगे जब तक सड़क की मरम्मत और पानी निकासी की व्यवस्था अगले 24 घंटे में शुरू नहीं कर दी जाती।
पुलिस-प्रशासन ने दिलाया भरोसा
नायब तहसीलदार और पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सड़क को प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराया जाएगा। प्रशासन की ओर से कार्रवाई का आश्वासन मिलने और BDPO के निलंबन की सूचना के बाद ग्रामीण शांत हुए और जाम खोला गया।
देर रात हुए इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जर्जर सड़कें और प्रशासनिक लापरवाही किस तरह लोगों की जान के लिए खतरा बन जाती है। फिलहाल पुलिस महिला की पहचान और दुर्घटना की आगे की जांच में जुटी हुई है।






