डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के शिक्षा तथा सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की जापान यात्रा के सकारात्मक नतीजे सामने आने शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से राज्य में बड़ा निवेश आएगा और रणनीतिक संबंध मजबूत होंगे।
विकास को नई गति मिलेगी
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की दूरदर्शी कूटनीतिक पहल पंजाब (Punjab) के मानव संसाधनों को उभरते अवसरों से जोड़ेगी, जिससे राज्य में विकास को नई गति मिलेगी।
400 करोड़ रुपये का निवेश
हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के ठोस प्रयासों के परिणामस्वरूप पंजाब ने जापानी उद्योग जगत की अग्रणी कंपनी टोपन स्पेशियलिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (टी.एस.एफ.) के साथ एक ऐतिहासिक निवेश समझौता किया है। उन्होंने कहा कि यह कंपनी पंजाब में 400 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है और यह समझौता प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर्स समिट 2026 से पहले राज्य को विश्व स्तर पर पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने में एक अहम मील का पत्थर होगा।
यह भी पढ़ें: जालंधर के अरमान अस्पताल के डाक्टरों पर महिला ने लगाया गंभीर आरोप, AAP नेता से शिकायत
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यह समझौता राज्य के औद्योगिक विकास और तकनीकी शैक्षणिक क्षमता के बीच तालमेल को मजबूत करेगा, जो मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी सोच का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि स्किलिंग एक्सीलेंस सेंटर उद्योग-अनुकूल कौशल का विस्तार करेगा, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाएगा और राज्य के आर्थिक विकास को गति देते हुए पंजाब को उत्तर भारत की कौशल राजधानी के रूप में स्थापित करेगा।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि यह रणनीतिक पहल पंजाब की प्रशासनिक सफलताओं और भविष्य-उन्मुख योजनाओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर राज्य की सकारात्मक पहचान को और मजबूत करेगी, जिससे दुनिया को पता चलेगा कि पंजाब न केवल कारोबार के लिए खुला है बल्कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक साझेदारियां भी विकसित कर रहा है, जो अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और लोगों में निवेश के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराती हैं।
बैंस ने बताया कि पंजाब का प्रतिनिधिमंडल फास्टट्रैक पंजाब सिंगल-विंडो सिस्टम, ऑटो-डीम्ड अनुमतियाँ और प्रोग्रेसिव पंजाब राइट टू बिज़नेस एक्ट सहित राज्य के अभूतपूर्व शासन सुधारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर रहा है। नई औद्योगिक नीति 2022 में शामिल व्यवस्थाओं और उद्योगपतियों की अध्यक्षता वाली 24 सेक्टर-आधारित समितियों के मार्गदर्शन से राज्य पहले ही इन्वेस्ट पंजाब के माध्यम से 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित कर चुका है।






