डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: विद्यार्थियों के लिए अहम अपडेट है। दरअसल, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने परीक्षाओं के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने आगामी वार्षिक परीक्षाओं से पहले राज्यभर के छात्रों के लिए बड़े बदलावों की घोषणा की है।
अब Objective Type प्रश्न सिर्फ 25%
ये बदलाव 8वीं, 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों पर सीधे प्रभाव डालेंगे। इसके लिए बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि स्कूल स्तर पर छात्रों को नए पैटर्न के लिए समय से तैयार किया जा सके।
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इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को रटने की पद्धति से दूर करके विषय की गहराई और समझ के आधार पर आकलन करना है।
8वीं से 12वीं तक सवालों की संरचना में बदलाव
बोर्ड (PSEB) का मानना है कि मौजूदा शिक्षा व्यवस्था में केवल ‘रटने वाली पढ़ाई’ छात्रों के भविष्य के लिए पर्याप्त नहीं है, इसलिए परीक्षा प्रणाली को अधिक तर्कसंगत, विश्लेषणात्मक और प्रयोगात्मक बनाया जा रहा है।
पहले तक छात्रों के प्रश्न पत्रों में लगभग 40% भाग Objective होता था, जिसके कारण कई छात्र सिर्फ विकल्प आधारित प्रश्न रटकर परीक्षा में अच्छे अंक ले आते थे। बोर्ड के नए निर्णय के अनुसार, अब: इस बदलाव का मकसद छात्रों में तार्किक सोच को प्रोत्साहित करना और उन्हें विषय समझने पर मजबूर करना है।
पहली बार प्रश्न सीधे पाठ के अंदर से अनिवार्य
बोर्ड का कहना है कि अब जो छात्र विषय को केवल रटकर आते हैं, उनके लिए अंक लाना मुश्किल होगा। अब तक परीक्षा के अधिकांश प्रश्न अभ्यास प्रश्नों या प्रश्न बैंक पर आधारित होते थे। लेकिन अब इसमें भी बड़ा परिवर्तन किया गया है—कम से कम 25% प्रश्न सीधे पाठ सामग्री से लिए जाएंगे, 75% प्रश्न अभ्यास तथा प्रश्न बैंक से आएंगे।

इस बदलाव का सीधा लाभ यह होगा कि छात्र केवल प्रश्न बैंक पढ़कर परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे, बल्कि उन्हें पूरा पाठ समझना पड़ेगा। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सभी शिक्षण संस्थानों को आदेश दिया है कि वे छात्रों की तैयारी पुराने पैटर्न पर न करवाएँ।







