डेली संवाद, लखनऊ। IPS Amitabh Thakur Missing News: चर्चित पूर्व आईपीएस अफसर लापता हो गए हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें चलती ट्रेन से 10 से 15 लोग अपने साथ लेकर चले गए। लेकिन अभी तक उनकी कोई सटीक जानकारी नहीं है। न तो उनके लोकेशन के बारे में पता चल पा रहा है, न ही उनसे कोई संपर्क हो सका है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व आईपीएस (IPS) अधिकारी अमिताभ ठाकुर (IPS Amitabh Thakur) के साथ किसी अनहोनी की आशंका जताई जा रही है। उस समय हड़कंप मच गया जब जानकारी मिली कि लखनऊ से दिल्ली जा रहे अमिताभ ठाकुर को शाहजहांपुर के पास ट्रेन से उतारकर कुछ लोग अपने साथ ले गए।
ट्रेन से उतारकर ले गए 10–15 लोग
सबसे चिंताजनक बात यह है कि उन्हें ले जाने वाले लोग कौन थे, वे किस एजेंसी से संबंधित थे और उन्हें कहां ले जाया गया—इनमें से किसी भी सवाल का अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया है। फिलहाल उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने पुलिस से सहायता मांगी है।

सूत्रों के मुताबिक, घटना तब हुई जब अमिताभ ठाकुर लखनऊ से दिल्ली आने वाली एक ट्रेन में सफर कर रहे थे। शाहजहांपुर के आसपास अचानक 10 से 15 लोगों की एक टीम ट्रेन में चढ़ी और उन्हें जबरन नीचे उतार लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इन लोगों ने न तो किसी वारंट की जानकारी दी और न ही यह बताया कि वे किस विभाग से हैं। जब आसपास के यात्रियों और रेलवे स्टाफ ने पूछने की कोशिश की तो टीम ने कोई जवाब नहीं दिया।
रेलवे अधिकारियों ने दी सीमित जानकारी
जब स्थानीय रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों ने अमिताभ ठाकुर को ट्रेन से उतारा, वे रेलवे पुलिस के नहीं थे।
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ट्रेन स्टाफ का कहना है कि वे लोग सिविल कपड़ों में थे, और देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वे सिविल पुलिस या किसी दूसरी एजेंसी से संबंधित हो सकते हैं।
हालांकि, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस जिले की पुलिस उन्हें लेकर गई है और किन धाराओं में यह कार्रवाई की गई है।

परिवार परेशान, समर्थक चिंतित
अमिताभ ठाकुर की पत्नी और मानवाधिकार कार्यकर्ता एडवोकेट नूतन ठाकुर ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए कहा कि उन्हें अपने पति की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता है।
नूतन ठाकुर ने बताया कि न तो किसी अधिकारी ने संपर्क किया है और न ही किसी थाने या जिले से कोई आधिकारिक सूचना मिली है कि उनके पति को कहां ले जाया गया है। उन्होंने इसे गंभीर कानून व्यवस्था और पारदर्शिता का सवाल बताया है।
अमिताभ ठाकुर के समर्थक और शुभचिंतक भी सोशल मीडिया पर लगातार उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं और संबंधित अधिकारियों से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।
देवरिया में एफआईआर
इसी बीच चर्चाएं हैं कि देवरिया जिले में अमिताभ ठाकुर के खिलाफ कोई पुरानी एफआईआर दर्ज है, और उसी मामले में पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है। हालांकि, इस दावे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
कई लोगों का कहना है कि यदि गिरफ्तारी देवरिया केस में हुई है, तो पुलिस को कानूनी प्रक्रिया के तहत परिवार और वकील को सूचना देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जो संदेह को और बढ़ाता है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष और विवाद
अमिताभ ठाकुर उत्तर प्रदेश में एक ईमानदार और सख्त अधिकारी के रूप में जाने जाते रहे हैं। उन्होंने कई बार सरकार और सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाई। रिटायरमेंट के बाद भी उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखी और कई मामलों में बड़े अधिकारियों और राजनेताओं पर गंभीर आरोप लगाए।
इसी कारण वे कई विवादित मामलों में भी घिरे रहे, और विभिन्न राजनीतिक तथा प्रशासनिक समूहों से उनकी टकराहट की खबरें अक्सर सामने आती रही हैं।

अभी क्या आगे?
- अब तक की स्थिति यह है कि: उनकी लोकेशन अज्ञात है
- कार्रवाई करने वाली एजेंसी की पहचान स्पष्ट नहीं,
- परिवार और समर्थक अस्पष्टता और चिंता में हैं।
क्या कहते हैं कानूनविद
कानूनी जानकारों का कहना है कि यदि किसी भी प्रकार की गिरफ्तारी हुई है तो पुलिस को कानून के तहत अनिवार्य रूप से 24 घंटे के भीतर जानकारी देनी होगी और अभियुक्त को न्यायालय में पेश करना होगा।
फिलहाल, परिवार अधिकारी स्तर पर संपर्क साधने की कोशिश कर रहा है, जबकि सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से फैल रहा है।
अमिताभ ठाकुर की सुरक्षा और उनकी वर्तमान स्थिति को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने न आने से आशंका और चिंता और बढ़ गई है।






