डेली संवाद, नई दिल्ली/वॉशिंगटन। US Visa: America cancels 85,000 visas, affecting more than 8,000 students, a major decision by the Trump administration-अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद इमिग्रेशन नियमों में कड़ाई लगातार बढ़ती जा रही है। इसी सख्त नीति का असर यह है कि जनवरी 2025 से अब तक 85,000 से अधिक वीज़ा कैंसिल किए जा चुके हैं।
यह जानकारी US स्टेट डिपार्टमेंट (US State Department) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की। विभाग का कहना है कि यह कदम ट्रंप प्रशासन की इमिग्रेशन एन्फोर्समेंट और बॉर्डर सिक्योरिटी को मजबूत करने की दिशा में बढ़ते प्रयासों का हिस्सा है। इसमें ज्यादातर भारतीयों का वीजा रद्द किया गया है।

8,000 से अधिक छात्र प्रभावित
US स्टेट डिपार्टमेंट के मुताबिक, रद्द किए गए वीज़ा में 8,000 से ज्यादा छात्र शामिल हैं। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से भी अधिक बताई जा रही है। विभाग ने कहा कि इस बढ़ोतरी से साफ है कि प्रशासन इमिग्रेशन नियमों के पालन को लेकर पहले से ज्यादा सख्त रुख अपना रहा है।
स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा जारी पोस्ट में कहा गया कि इन कैंसलेशन से यह संकेत मिलता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सेक्रेटरी मार्को रुबियो वीज़ा रेगुलेशन को लेकर पीछे हटने वाले नहीं हैं। प्रशासन ने इशारा दिया कि आगे आने वाले महीनों में भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
85,000 visa revocations since January.
President Trump and Secretary Rubio adhere to one simple mandate, and they won’t stop anytime soon⤵️ pic.twitter.com/fbNYw9wj71
— Department of State (@StateDept) December 9, 2025
‘Make America Safe Again’
स्टेट डिपार्टमेंट ने अपने पोस्ट में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक तस्वीर भी साझा की, जिस पर लिखा था—“Make America Safe Again”। यह नारा न केवल ट्रंप प्रशासन की रणनीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए वीज़ा सिस्टम में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि प्रशासन का मानना है कि सख्त वीज़ा नियम देश की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं। इसी राजनीतिक दृष्टिकोण के चलते वीज़ा की जांच और निगरानी प्रक्रिया को व्यापक बनाया गया है।

इसलिए रद्द किया गया VISA
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रद्द किए गए वीज़ा में सबसे अधिक हिस्सेदारी उन मामलों की है जो नशे में गाड़ी चलाने, चोरी, हमला जैसे आपराधिक मामलों से जुड़े थे। केवल इन्हीं मामलों ने पिछले वर्ष के लगभग आधे कैंसलेशन को प्रभावित किया था।
इसके अलावा कुछ वीज़ा एक्सपायरी, आतंकवाद समर्थन संबंधी जांच, फर्जी दस्तावेज, और अन्य गंभीर सुरक्षा कारणों से भी रद्द किए गए। प्रशासन का कहना है कि जो भी व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा माना जाता है, उसके वीज़ा पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
अक्टूबर में भी हुई थी कड़ी कार्रवाई
अक्टूबर 2025 में, प्रशासन ने उन लोगों के वीज़ा भी रद्द कर दिए थे जिन पर आरोप था कि उन्होंने कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या का जश्न मनाया था। इस घटना को लेकर प्रशासन का रवैया बेहद सख्त था और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और सांप्रदायिक तनाव की दृष्टि से गंभीर मामला माना गया।
2025 में वीज़ा जांच प्रक्रिया और कड़ी
ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद से स्टेट डिपार्टमेंट वीज़ा आवेदन की प्रक्रिया में बड़े बदलाव ला रहा है। अधिकारी के अनुसार विभाग ने वीज़ा अप्लिकेशन की स्क्रूटनी को और व्यापक और कड़ा कर दिया है। अब वीज़ा धारकों की गतिविधियों पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है।
हालांकि, अधिकारी ने 2025 में रद्द किए गए बाकी वीज़ा के बारे में विस्तृत जानकारी देने से परहेज किया। उनका कहना था कि कई मामलों में जांच अभी भी चल रही है और कुछ मामले संवेदनशील सुरक्षा श्रेणी में आते हैं।

इमिग्रेशन नीति का बदलता स्वरूप
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन की नीति अमेरिका की पारंपरिक इमिग्रेशन प्रणाली से बिल्कुल अलग राह पर है। जहां पूर्व प्रशासन मानवाधिकार और अवसर आधारित इमिग्रेशन मॉडल को महत्व देता था, वहीं ट्रंप प्रशासन कठोर नियम, गहन जांच, और सुरक्षा आधारित फिल्टर पर जोर दे रहा है।
छात्र समुदाय पर इसका सबसे अधिक प्रभाव दिखाई दे रहा है। हजारों अंतरराष्ट्रीय छात्र अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं, जबकि विश्वविद्यालयों पर भी इसका असर देखा जा रहा है।
अब आगे क्या?
अमेरिकी प्रशासन के रुख से यह साफ है कि आने वाले महीनों में वीज़ा रद्दीकरण या जांच और अधिक कठोर हो सकती है। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि नए नियमों से वीज़ा आवेदन और मंजूरी की प्रक्रिया और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
उधर, ट्रंप प्रशासन का संदेश स्पष्ट है—सुरक्षा सर्वोपरि, और इसके लिए वीज़ा सिस्टम में कड़े कदम उठाने से वे पीछे नहीं हटेंगे। अमेरिका में जबसे डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने हैं, तब से भारतीयों का सबसे ज्यादा वीजा रद्द किया गया है।






