डेली संवाद, अमेरिका। Epstein Sex Scandal: अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने कुख्यात फाइनेंसर और दोषी यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़े बड़े सैक्स स्कैंडल का खुलासा हो गया है। सैक्स स्कैंडल से जुड़ी करीब तीन लाख दस्तावेज सार्वजनिक कर दिए। इन दस्तावेजों में 3,500 से अधिक फाइलें शामिल हैं, जिनका कुल आकार लगभग 2.5 जीबी से अधिक बताया जा रहा है। इनमें तस्वीरें, ई-मेल, यात्रा रिकॉर्ड और अन्य कानूनी दस्तावेज शामिल हैं।
इन दस्तावेजों के सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल तेज हो गई है, क्योंकि इनमें अमेरिका (US) और ब्रिटेन सहित कई देशों की जानी-मानी हस्तियों की तस्वीरें और नाम सामने आए हैं। जिन प्रमुख लोगों की तस्वीरें दस्तावेजों में बताई जा रही हैं, उनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, पॉप स्टार माइकल जैक्सन, ब्रिटिश प्रिंस एंड्रयू, ओप्रा विन्फ्रे, हॉलीवुड अभिनेता केविन स्पेसी और क्रिस टकर, अरबपति कारोबारी रिचर्ड ब्रैनसन समेत अन्य नाम शामिल हैं।

नग्न लड़कियों के साथ पूल में नहाते थे बिल क्लिंटन
कुछ तस्वीरों में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को लड़कियों के साथ पार्टी करते और स्विमिंग पूल के पास समय बिताते हुए दिखाया गया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ये तस्वीरें कब और कहां ली गई थीं। जस्टिस डिपार्टमेंट ने भी यह साफ किया है कि दस्तावेजों में किसी का नाम या तस्वीर होना अपने आप में किसी अपराध का प्रमाण नहीं है।

जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, पहले चरण में चार सेट में दस्तावेज जारी किए गए, जबकि कुछ घंटे बाद पांचवां सेट सार्वजनिक किया गया। अधिकारियों का कहना है कि दस्तावेजों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण इन्हें चरणबद्ध तरीके से जारी किया गया है।

कुछ फाइलें फिलहाल सार्वजनिक नहीं की
विभाग ने यह भी बताया कि कुछ फाइलें फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई हैं, क्योंकि वे अभी जारी जांच से जुड़ी हैं या राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित कारणों के चलते रोकी गई हैं। इन दस्तावेजों को भविष्य में जारी किया जाएगा या नहीं, इस पर कोई स्पष्ट समयसीमा नहीं बताई गई है।

इन दस्तावेजों को जारी करने की प्रक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश के बाद शुरू हुई थी। 18 नवंबर को ट्रम्प ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें जेफ्री एपस्टीन से जुड़े सभी दस्तावेजों को 30 दिनों के भीतर सार्वजनिक करने का निर्देश दिया गया था। 19 दिसंबर को यह समयसीमा पूरी हुई, जिसके बाद यह बड़ा खुलासा सामने आया। ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि इस कदम का मकसद पारदर्शिता सुनिश्चित करना और यह स्पष्ट करना है कि कानून के सामने कोई भी व्यक्ति कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो, जवाबदेही से बच नहीं सकता।

कितना बड़ा होगा असर?
फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि इन खुलासों का असर कितना बड़ा होगा। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि जेफ्री एपस्टीन से जुड़े कई दस्तावेज और तस्वीरें पहले भी अलग-अलग मौकों पर सार्वजनिक हो चुकी हैं। इसके अलावा, दस्तावेजों की भारी संख्या के कारण उन्हें पूरी तरह समझने और विश्लेषण करने में समय लगेगा।

कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक किसी दस्तावेज में सीधे तौर पर अपराध से जुड़ा ठोस सबूत सामने नहीं आता, तब तक केवल नाम या तस्वीरों के आधार पर किसी पर कार्रवाई होना मुश्किल है। वहीं, कुछ मानवाधिकार संगठनों ने मांग की है कि जांच को और गहराई से आगे बढ़ाया जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।

जेफ्री एपस्टीन का मामला
जेफ्री एपस्टीन एक प्रभावशाली फाइनेंसर था, जिस पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण समेत गंभीर आरोप लगे थे। 2019 में न्यूयॉर्क की जेल में उसकी मौत हो गई थी। आधिकारिक तौर पर उसकी मौत को आत्महत्या बताया गया था, हालांकि इस पर लंबे समय से सवाल उठते रहे हैं। एपस्टीन के कई प्रभावशाली लोगों से संबंधों को लेकर पहले भी विवाद होता रहा है।

अब दस्तावेजों के इस नए जखीरे के सामने आने से एक बार फिर यह मामला वैश्विक चर्चा के केंद्र में आ गया है। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि इन दस्तावेजों से कौन-से नए तथ्य सामने आते हैं और क्या किसी कानूनी कार्रवाई की दिशा में ठोस कदम उठाए जाते हैं या नहीं। फिलहाल, पूरी दुनिया की नजरें इन खुलासों पर टिकी हुई हैं।







