डेली संवाद, नई दिल्ली/लखनऊ। Happy New Year 2026: नए साल 2026 के स्वागत को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं दिख रही है। लोग नए वर्ष की शुरुआत ईश्वर के आशीर्वाद के साथ करना चाहते हैं, जिसके चलते उत्तर प्रदेश सहित देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में काशी (Kashi), अयोध्या (Ayodhya), मथुरा-वृंदावन (Mathura-Vrindavan), बरसाना और आगरा जैसे शहरों में धार्मिक और पर्यटक गतिविधियां चरम पर हैं। बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के कड़े इंतजाम किए हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश मे नए साल को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं।

वृंदावन और मथुरा में श्रद्धालुओं का रेला
कृष्ण नगरी वृंदावन में रविवार को ही करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिरों में पैर रखने की जगह नहीं बची, जिससे प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने पड़े। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक वृंदावन आने से परहेज करने की अपील की है।
खासतौर पर दिव्यांगजन, बुजुर्ग, बीमार, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भीड़ के दौरान न लाने की सलाह दी गई है। श्रद्धालुओं से कीमती आभूषण पहनकर न आने और किसी भी प्रकार का बैग या भारी सामान साथ न लाने का आग्रह किया गया है।
वाहनों की इंट्री बंद
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वृंदावन में 2 जनवरी तक बाहरी वाहनों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है, जबकि बरसाना में यह रोक 5 जनवरी तक लागू रहेगी। पार्किंग स्थलों से श्रद्धालुओं को पैदल या शटल सेवा के जरिए मंदिरों तक पहुंचाया जा रहा है।

काशी विश्वनाथ धाम में स्पर्श दर्शन बंद
वाराणसी स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने 3 जनवरी तक बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी है। इस दौरान भक्तों को केवल झांकी दर्शन ही कराए जा रहे हैं। मंदिर परिसर में भीड़ प्रबंधन के लिए महाकुंभ और सावन जैसे विशेष इंतजाम किए गए हैं।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि 3 जनवरी के बाद भीड़ की स्थिति की समीक्षा कर स्पर्श दर्शन को लेकर निर्णय लिया जाएगा। वहीं मंदिर क्षेत्र के उपजिलाधिकारी शंभूशरण ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि अत्यधिक ठंड और भारी भीड़ को देखते हुए वृद्धजन, बीमार और छोटे बच्चों के साथ यात्रा से बचें।
यह भी पढ़ें: जालंधर में दबंग ठेकेदार के आगे अफसर और नेता सभी ‘नतमस्तक’
भीड़ नियंत्रण के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से आगे गैर जनपदों के नंबर वाले चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। केवल एंबुलेंस, आपातकालीन वाहन और दोपहिया वाहनों को ही अनुमति दी जा रही है।

विंध्याचल और अयोध्या में भी विशेष इंतजाम
नववर्ष पर मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के चरण स्पर्श पर रोक लगाई गई है। ठंड से होने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्या से निपटने के लिए बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए विशेष चिकित्सा टीमें तैनात की गई हैं।
अयोध्या में फिलहाल कोई औपचारिक गाइडलाइन जारी नहीं की गई है, लेकिन भीषण ठंड के बावजूद राम जन्मभूमि परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।
आगरा में ताजमहल पर रिकॉर्ड भीड़
नववर्ष से पहले पर्यटन स्थलों पर भी जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है। रविवार को ताजमहल देखने के लिए 46 हजार 748 पर्यटकों ने टिकट खरीदा। 15 वर्ष तक के निशुल्क प्रवेश पाने वाले बच्चों को शामिल किया जाए तो करीब 70 हजार पर्यटकों ने दिनभर में ताजमहल का दीदार किया।

सरकार ने जारी की एडवाइजरी
सरकार और जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए अपील की है कि वे मौसम और भीड़ को ध्यान में रखकर यात्रा की योजना बनाएं। गर्म कपड़े पहनें, स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
कुल मिलाकर, नए साल के आगमन पर देशभर में भक्ति, आस्था और उल्लास का संगम देखने को मिल रहा है, वहीं प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा में जुटा हुआ है।






