डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर के मेयर वनीत धीर को बड़ी सफलता मिली है। जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) द्वारा DBOMT (डिजाइन, निर्माण, संचालन, रखरखाव और हस्तांतरण) आधार पर बाहरी विज्ञापन के प्रबंधन के लिए आयोजित ई-नीलामी का 10 साल के लंबे अंतराल के बाद सफल समापन निगम के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। नगर निगम के खजाने में अब हर साल करीब 16.71 करोड़ रुपए रुपए की आय होगी।
जालंधर (Jalandhar) में जो काम पिछले 10 साल में कोई मेयर नहीं कर सका, आम आदमी पार्टी के मेयर विनीत धीर (Mayor Vaneet Dhir) ने एक साल में कर दिखाया। मेयर वनीत धीर और कमिश्नर संदीप ऋषि (Sandeep Rishi IAS) के सकारात्मक प्रयासों से आखिरकार नगर निगम के खजाने में अब हर साल 16.71 करोड़ रुपए जमा होंगे। मेयर मेयर वनीत धीर की पारदर्शिता, सुदृढ़ प्रशासनिक सुधारों और राजस्व वृद्धि पर केंद्रित नीतियों ने नगर निगम प्रणाली में विश्वास बहाल किया है।

मेयर वनीत धीर को मिली सफलता
मेयर वनीत धीर ने बताया कि शहर में विज्ञापन का ठेका पिछले 10 साल से सिरे नहीं चढ़ रहा था। जिससे नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। उन्होंने मेयर बनने के बाद नगर निगम के राजस्व को बढ़ाने और शहर में नई तरह से विकास काम शुरु करने की योजना बनाई। इसमें कमिश्नर समेत निगम अफसरों का पूरा सहयोग मिला। जिसके चलते यूनीपोल का टैंडर लगाया गया। जिससे यूनीपोल का टैंडर इस बार सफल रहा है।
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मेयर वनीत धीर के मुताबिक इस ई-नीलामी प्रक्रिया के दौरान कुल तीन (3) बोलीदाताओं ने बोलियां प्रस्तुत कीं। इसलिए, आरक्षित मूल्य 13.50 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया था, जिसके विरुद्ध M/S Creative OOH द्वारा 13.71 करोड़ रुपए की उच्चतम बोली लगाई गई थी, जो आरक्षित मूल्य से अधिक है और बाजार के मजबूत विश्वास को दर्शाती है।
मेयर वनीत धीर के मुताबिक 13.71 करोड़ पर 18% जीएसटी 2,46,78,000 रुपए बनती है। जिससे बोली राशि औऱ जीएसटी राशि को मिलाकर 16,71,78,000/- (सोलह करोड़ इकत्तर लाख अठहत्तर हजार रुपए) बनती है। यह टेंडर शहर भर में फैले 2092 आउटडोर मीडिया यूनीपोल स्थलों को कवर करती है, जिनका विवरण इस प्रकार है।

यहां लगेंगे विज्ञापन
- यूनिपोल (छोटा) 254- 20’ × 10’ = 200 वर्ग फुट
- यूनिपोल (बड़ा) 12 – 30’ × 15’ = 450 वर्ग फुट
- एलईडी डिस्प्ले 10 – 24’ × 12’ = 288 वर्ग फुट
- गैन्ट्री 12 – 40’ × 10’ (दोनों तरफ)
वहीं सड़क की चौड़ाई के आधार पर, एआरसी की मंजूरी से लंबाई में परिवर्तन हो सकता है।
- पोल कियोस्क 1600 – 2’.6” × 3’.3” = 8.333 वर्ग फुट
- फ्लाईओवर स्तंभ 142- 8’ × 6’ = 48 वर्ग फुट
- बस कतार शेल्टर 47 – 238 वर्ग फुट
- सार्वजनिक शौचालय (उपयोगी शौचालय) 15 – 115 वर्ग फुट






