डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar Municipal Corporation News: नगर निगम जालंधर (Jalandhar Municipal Corporation) के दो अफसरों को दफ्तर से बाहर निकाल कर आफिस में ताला जड़ दिया गया। जिससे नगर निगम दफ्तर में भारी हंगामा हुआ। मामला लिफ्ट को लेकर है। लिफ्ट खराब होने के कारण नगर निगम के कर्मचारियों ने आज एक्सईएन और एसई को दफ्तर से बाहर निकाल दिया और उनके दफ्तर में ताले जड़ दिए। इस दौरान भारी हंगामा हुआ है।
जालंधर (Jalandhar) नगर निगम (Municipal Corporation) के मुख्य दफ्तर में मंगलवार को उस समय भारी हंगामा देखने को मिला, जब लिफ्ट खराब होने के कारण एक हैंडीकैप्ड महिला और नगर निगम का एक कर्मचारी लिफ्ट में फंस गए। बताया जा रहा है कि संबंधित कर्मचारी हार्ट अटैक का मरीज है। दोनों किसी काम के सिलसिले में लिफ्ट के जरिए चौथी मंजिल पर जा रहे थे, तभी अचानक लिफ्ट बीच रास्ते में बंद हो गई। इस दौरान दोनों करीब 15 से 20 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे, जिससे उनकी हालत बिगड़ने का खतरा भी बना रहा।

चार महीने से लिफ्ट खराब
घटना की जानकारी मिलते ही निगम कर्मचारियों में भारी रोष फैल गया। कर्मचारियों का कहना है कि दफ्तर की लिफ्ट पिछले तीन से चार महीनों से लगातार खराब चल रही है और कई बार पूरी तरह बंद भी हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि लिफ्ट की खराब हालत को लेकर वे कई बार अधिकारियों से शिकायत और अपील कर चुके हैं, मगर हर बार आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।
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इस घटना के बाद गुस्साए नगर निगम कर्मचारियों ने कड़ा विरोध प्रदर्शन किया और कार्रवाई के तौर पर दो वरिष्ठ अधिकारियों के कमरों को ताला जड़ दिया। कर्मचारियों ने पहले एक्सईएन सुखविंदर के कमरे को सील किया और बाद में सुपरिंटैंडेंट धवन के कमरे पर भी ताला लगा दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो भी सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि लिफ्ट न चलाए जाने को लेकर एक्सईएन सुखविंदर को दफ्तर से बाहर निकाला जा रहा है और उनके कमरे पर ताला जड़ा जा रहा है।

दिव्यांग और बुर्जुगों को परेशानी
कर्मचारियों का कहना है कि निगम दफ्तर में रोजाना सैकड़ों लोग अपने काम लेकर आते हैं, जिनमें बुजुर्ग, महिलाएं और दिव्यांग लोग भी शामिल होते हैं। ऐसे में लिफ्ट का बार-बार खराब होना एक गंभीर समस्या है। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि आए दिन लिफ्ट में कोई न कोई फंस जाता है, जिससे जान-माल का खतरा बना रहता है। इसके बावजूद लिफ्ट की नियमित मरम्मत और जांच नहीं करवाई जा रही।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द लिफ्ट को दुरुस्त नहीं कराया गया और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो वे अपना प्रदर्शन और तेज करेंगे। वहीं, इस घटना के बाद नगर निगम प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर महीनों से खराब पड़ी लिफ्ट को ठीक कराने में इतनी लापरवाही क्यों बरती जा रही है।






