डेली संवाद, लुधियाना। Punjab News: पंजाब के लुधियाना (Ludhiana) में 1 नवंबर की रात करीब 2:45 बजे शिवसेना (Shiv Sena) हिंदू सिख विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरकीरत सिंह खुराना के घर पर पेट्रोल बम से हमला हुआ। इस हमले का आतंकी कनेक्शन सामने आया है।
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यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी रणजीत सिंह उर्फ रणजीत नीटा ने करवाया है। जो भारत में मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है।रणजीत सिंह नीटा के प्रमुख हैंडल फतेह सिंह बागी ने इसकी जिम्मेदारी ली है।
जिसमें कहा गया है कि ये सिर्फ वॉर्निंग थी, अगर सुधरोगे नहीं, तो अंजाम भगतना पड़ेगा। ये जिम्मेदारी कई पत्रकारों को भेजी गई ईमेल के जरिए ली गई है। लुधियाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जैसा कि नीटा हैंडलर बागी ने पोस्ट में लिखा-
पिछले कुछ दिनों में हिंदू आतंकियों के ठिकानों पर पेट्रोल बम दागे गए। यह चेतावनी है कि अगर उन्होंने सिख विरोधी गतिविधियों पर लगाम नहीं लगाई तो परिणाम और भी गंभीर होंगे और इसके लिए तैयार रहें। वे हर दिन सिखों के जख्मों पर नमक छिड़कते हैं।
वे जानबूझकर 6 जून घल्लूघार (ऑपरेशन ब्लू स्टार) और नवंबर 1984 के सिख नरसंहार के दिनों में सरकार को संरक्षण देते हैं। पोस्ट में लिखा है कि सिख नरसंहार के आरोपियों को अपना रोल मॉडल बताकर दो कार्यक्रम चलाए जाते हैं, वे बर्दाश्त के बाहर हैं।
यह हमला खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के जत्थेदार भाई रणजीत सिंह जम्मू उर्फ रणजीत नीता (Ranjeet Singh Neeta) के मार्गदर्शन में किया गया है। मैं शहीदों के राष्ट्रीय सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। अंत में लिखा था खालिस्तान जिंदाबाद, सेवादार फतेह सिंह बागी, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स।
कौन है रणजीत सिंह नीटा
भारत द्वारा 2008 में पाकिस्तान सरकार को सौंपी गई 20 मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का सरगना रणजीत सिंह नीटा पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का षड्यंत्र पिछले काफी समय से रच रहा है।
कभी पाकिस्तान और कभी जर्मनी से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देकर पंजाब को दहलाने के साजिश रच रहा नीटा पिछले कुछ साल से पाकिस्तान में शरण लिए हुए है। हालांकि कोरोना काल में चर्चा शुरू हुई थी कि उसकी मौत हो गई है। तब से उसका कोई अता पता नहीं है।
मूल रूप से जम्मू निवासी नीटा जम्मू के सांबा और आरएसपुरा में छोटे-छोटे अपराध करता था। इसी दौरान उसका संपर्क पाकिस्तान के तस्करों के साथ हुआ। पाकिस्तानी तस्करों ने ही नीटा और आईएसआई के साथ मेलजोल करवाने में भूमिका निभाई। नीटा जम्मू कश्मीर की सीमा से कई बार पाकिस्तान गया। वहां उसने आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की ट्रेनिंग ली। आईएसआई ने नीटा को बम ब्लास्ट करने के साथ-साथ भीड़-भाड़ इलाकों में हैंड ग्रेनेड फेंकने का प्रशिक्षण दिया था।
85 साल से ज्यादा उम्र का है आतंकी
मिली जानकारी के अनुसार आतंकी नीटा की उम्र 85 साल से ज्यादा बताई जाती है। नीटा ने 1988 में श्री हरमंदिर साहिब में हुए ऑपरेशन ब्लैक थंडर के बाद आईएसआई के इशारों पर पंजाब में आतंकी घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया था।
पंजाब में आतंकवाद के काले दौर के दौरान इस आतंकी संगठन में शामिल गुर्गों ने कई निर्दोषों की हत्या की। पंजाब व जम्मू कश्मीर में कई जगह बम ब्लास्ट करने वाले नीटा पर कठुआ के एक पुलिस अधिकारी की हत्या का मामला भी दर्ज है।
2005 में यूरोप यूनियन द्वारा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स को आतंकवादी संगठन घोषित करने के बाद बौखलाए नीटा ने पाकिस्तान में शरण लिए हुए खालिस्तान कमांडो फोर्स के सरगना परमजीत सिंह पंजवड़ के साथ मिल कर पहले भी तरनतारन में आतंकी भर्ती के प्रयास किए हैं।
पंजवड़ तरनतारन जिले से था, इसलिए उसके संबंध अब भी उन परिवारों के साथ बताए जाते हैं जिनके परिवार का कोई सदस्य आतंकवादी संगठनों के साथ जुड़ा हुआ था। पजवड़ की लाहौर में बीते साल हत्या कर दी गई थी।
पंजाब पुलिस ने खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स को पुनर्जीवित करने की साजिश के चलते खड़े किए जा रहे जिस आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। उसके तार टांडा और टांडा के गांव मियानी से जुड़े थे। यह खुलासा काउंटर इंटेलिजेंस और पंजाब पुलिस के सांझे ऑपरेशन के बाद किया गया था।
CCTV खंगाले कुछ नहीं लगा हाथ
पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास के इलाकों की तलाशी ली। पुलिस ने 60 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। मगर सुबह तक की जांच में कुछ हाथ नहीं लगा। जब सुबह उक्त जिम्मेदारी वाला पोस्ट सामने आया तो मामले में कई अन्य एंगलों पर भी जांच शुरू कर दी गई है।
ब्लास्ट का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था। जिसमें बाइक सवार तीन सिख युवक आते हैं और पेट्रोल बम से हमला कर देते हैं। हमले के बाद तुरंत आरोपी वहां से फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। उधर, मॉडल टाउन थाने की एसएचओ अवनीत कौर ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही केस सुलझा लिया जाएगा।
3 बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम
इस वारदात को तीन बदमाशों ने अंजाम दिया है। बता दें कि पिछले 15 दिनों में यह दूसरी वारदात है। इससे पहले कुछ शरारती युवकों ने शिवसेना भारतीय नेता योगेश बख्शी के घर के बाहर कांच की बोतल में डीजल भरकर फेंक दिया था। इससे जोरदार धमाका हुआ था। वहीं हिंदू नेताओं ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि जल्द से जल्द कांच की बोतल फेंकने वाले बदमाशों को पकड़ा जाए, नहीं तो उन्हें संघर्ष करना पड़ेगा।