Maha Kumbh 2025: महाकुम्भ से विदा हुए सनातन के संरक्षक दंडी स्वामी, संगम में किया महाकुम्भ का आखिरी स्नान

Mansi Jaiswal
3 Min Read
महाकुंभ

डेली संवाद, महाकुम्भ नगर। Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुम्भ अपने समापन की तरफ अग्रसर है। बसंत पंचमी के अमृत स्नान के बाद पहले 13 अखाड़ों की महाकुम्भ नगर से विदाई और फिर माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) के स्नान पर्व के बाद कल्पवासियों की रवानगी हो चुकी है।

यह भी पढ़ें: जालंधर के 3 बड़े ट्रैवल एजैंट अंडरग्राउंड! इन्हीं ने डंकी रूट के जरिए लोगों को अमेरिका भेजा था 

इसी क्रम में माघ माह के कल्पवास में प्रथम साधक दंडी स्वामी संतो (Dandi Swami Saint) का भी महा कुम्भ नगर से प्रस्थान हो गया। संगम की पावन रेती पर एक महीने से प्रवास कर रहे सनातन धर्म के संरक्षक माने जाने दंडी स्वामी संतो ने त्रयोदशी को महाकुम्भ में अपना अंतिम स्नान किया और उसके बाद अपने अपने मठों की तरफ प्रस्थान कर गए।

Mahakumbh
Mahakumbh

अंतिम स्नान के साथ महाकुंभ नगर से विदा हुए दंडी स्वामी

अखिल भारतीय दंडी परिषद के प्रमुख जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम जी बताते हैं कि माघ के महीने का कल्पवास तो माघ पूर्णिमा के साथ पुण्य की डुबकी लगाने से पूर्ण हो जाता है लेकिन कल्पवास करते समय जाने अनजाने में कभी दृष्टि पाप हो जाता है तो कभी श्रवण या स्पर्श पाप। इन सभी तरह के पाप संगम में त्रिजटा स्नान के बाद ही कटता है। फाल्गुन की त्रयोदशी को इस स्नान को करने के बाद सभी दंडी स्वामी संत महाकुंभ से अपने अपने स्थान के लिए रवाना हो गए।

प्रयागराज महाकुम्भ से विदा होने के पूर्व दंडी स्वामी संतो ने इस महाकुम्भ के स्वरूप और योगदान पर भी अपने विचार साझा किए। दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष स्वामी शंकराश्रम का कहना है कि पिछले 45 वर्षों से वह त्रिवेणी तट पर माघ महीने का कल्पवास कर रहे हैं। इस महाकुम्भ में 50 करोड़ से अधिक सनातनियों के आगमन ने बता दिया है कि सनातन की शक्ति का विस्तार हो रहा है।

Maha Kumbh
Maha Kumbh

महाकुम्भ में युवाओं की सहभागिता से बढ़ी सनातन की ताकत

इस विस्तार में भी इस बार के आयोजन को अलग बनाने वाली अभिवृति यह रही है कि महाकुम्भ आने वाले आगंतुकों में प्रौढ़ और बुजुर्ग लोगों की तुलना में 18 से 35 आयु वर्ग की नई पीढ़ी की मौजूदगी का अधिक रहना। पहले नई पीढ़ी में धर्म और सनातन के प्रति जो उदासीनता या तटस्थता रहती थी इस बार ऐसा नहीं दिखा।

नई पीढ़ी की इस नई खेप ने संगम में डुबकी भी लगाई और उसके मस्तक पर सनातन के प्रतीक तिलक की उपस्थिति भी दिखी, सेवा भाव भी दिखा। यह सनातन की तरफ नई पीढ़ी की उत्सुकता और झुकाव का संकेत है। यह बदलाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महाकुम्भ के आयोजन और उसके प्रचार प्रसार के संकल्प से जुड़ा लगता है। इन युवाओं के यूथ आइकॉन बन गए हैं योगी जी।

Girl in a jacket Girl in a jacket Girl in a jacket
Girl in a jacket Girl in a jacket
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest news
Punjab News: मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी निवास स्थान पर 10वीं और 12वीं कक्षा के अव्वल विद्यार्थियों ... Punjab News: पंजाब पुलिस अधिकारियों का सस्पेंशन ऑर्डर रद्द, पढ़ें पूरी खबर Punjab News: पंजाब में पुलिस का छापा, जहरीली शराब बनाने वाली महिला गिरफ्तार Punjab News: शहर में तीन दिन तक बंद रहेंगी दुकानें, जाने कौन-सी और क्यों USA News: न्यूयॉर्क में बड़ा हादसा, 19 लोग घायल, कईयों की हालत गंभीर Weather Update: पंजाब में 3 दिन का अलर्ट जारी, कई जगहों पर आंधी-पानी और बिजली गिरेगी Daily Horoscope: विदेश जाने की इच्छा हो सकती है पूरी, नए काम की कर सकते हैं शुरूआत, जाने राशिफल Aaj ka Panchang: आज कई तरह के बन रहे हैं शुभ और अशुभ योग, जाने पूरा पंचांग USA Bomb Blast: अमेरिका में आतंकी हमला, ब्लास्ट में अब तक एक की मौत, कई घायल Jalandhar News: नगर निगम जालंधर में लगातार हड़ताल के चलते BJP पार्षदों ने की महत्वपूर्ण बैठक, लिया ब...