लंदन। देह व्यापार के लिए बड़ी संख्या में उत्तर कोरियाई महिलाओं और लड़कियों की चीन में तस्करी की जाती है। लंदन स्थित एनजीओ कोरिया फ्यूचर इनिशिएटिव (केएफआइ) ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है।
दो साल में तैयार हुई इस रिपोर्ट के अनुसार, कई महिलाओं को वेश्यावृत्ति में झोंक दिया जाता है जबकि कुछ को चीनी पुरुषों की पत्नी बनने के लिए बेच दिया जाता है। कई लड़कियों को जबरदस्ती साइबरसेक्स (इंटरनेट पर आपत्तिजनक लाइव वीडियो बनाना) के लिए भी मजबूर किया जाता है। केएफआइ का कहना है कि 12 साल तक की कई बच्चियां भी दुष्कर्म जैसे घिनौने अपराध का शिकार हुई हैं।
वर्ष 2014 में आई संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट के अनुसार, हजारों उत्तर कोरियाई चीन में शरणार्थी हैं। इसका कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं हैं लेकिन केएफआइ का दावा है कि करीब दो लाख लोग चीन और आसपास के इलाकों में शरणार्थी है। इनमें से 60 फीसद महिलाओं की चीन में तस्करी की जाती है। केएफआइ ने कहा, ‘ऐसे समय पर जब उत्तर कोरिया में राजनीतिक दखल बढ़ा है, वहां की महिलाओं का देह व्यापार में झोंका जाना शर्मनाक और निंदनीय है।’
हले भी आ चुकी है ऐसी रिपोर्ट
उत्तर कोरियाई महिलाओं की स्थिति पर पिछले साल नवंबर में जारी रिपोर्ट में मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वाच ने भी कहा था, ‘केवल इसकी निंदा करना काफी नहीं है।
चीन के देह व्यापार और महिलाओं को दोयम दर्जे का समझने वाली उत्तर कोरियाई सरकार के खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी है।’ अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी 2018 की अपनी रिपोर्ट में उत्तर कोरियाई महिलाओं पर यौन हिंसा होने की बात स्वीकारी थी।
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