डेली संवाद, अयोध्या। Ram Mandir Ayodhya: भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर की नई तस्वीरें सामने आई हैं। ये पहली मंजिल और परकोटे की हैं। इसमें दिख रहा है कि गर्भगृह बनने के बाद अब फर्स्ट फ्लोर का काम चल रहा है। इसके अलावा परकोटा भी बनाया जा रहा है। जो अब भव्य आकार ले रहा है।
इन तस्वीरों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार सुबह जारी किया है। ट्रस्ट के मुताबिक, पहले फ्लोर में ही राम दरबार बनाया जाएगा। जबकि ग्राउंड फ्लोर के गर्भगृह में रामलला अपने चारों भाइयों और हनुमान जी के साथ विराजमान होंगे। मंदिर के बाहर 8 एकड़ में परकोटा बनाया जा रहा है। जिसका आकार 800X800 मीटर है।
ये भी पढ़ें: जुआ खेलते जालंधर के मशहूर पैलेस का मालिक गिरफ्तार
आज सुबह जो 4 तस्वीरें सामने आई हैं। उसमें 2 राम मंदिर के पहले फ्लोर की हैं। जबकि 2 परकोटे की हैं। पहली तस्वीर में सूर्य की किरणों के बीच गर्भगृह के ऊपरी हिस्से और पिलर को दिखाया गया है। तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा है कि सूर्य की किरणों से मंदिर का अभिषेक किया जा रहा।
दूसरी में गर्भगृह के ऊपरी हिस्से को दिखाया गया है। इसमें मंदिर का पहला फ्लोर आकार लेता दिखाई दे रहा है। तीसरी में मंदिर के सामने बन रहा परकोटा दिखाई दे रहा। यहां पर गेट का निर्माण हो रहा। इसी रास्ते भक्त भगवान रामलला का दर्शन करने आ-जा सकेंगे। चौथी उत्तरी हिस्से की है। इसमें दिख रहा है कि परकोटे का निर्माण काम तेजी के साथ चल रहा है।
मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त पर प्राण प्रतिष्ठा
इधर, विश्वामित्र आश्रम में भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में आज से दो दिवसीय बैठक हो रही है। इसमें ट्रस्ट के पदाधिकारी और कार्यदायी संस्था के अधिकारी शामिल हो रहे हैं। बैठक में मंदिर में रामलला के विराजमान होने को लेकर उत्सव और आयोजन पर चर्चा होगी। इसके अलावा भगवान रामलला के निर्माणाधीन बालक स्वरूप प्रतिमा की प्रगति पर मूर्तिकार अपना पक्ष रखेंगे।
बैठक से पहले राम मंदिर निर्माण के प्रगति को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया गया। अयोध्या पहुंचे नृपेंद्र मिश्रा ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों और कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों के साथ परिसर में मुलाकात की। जन्मभूमि पथ और मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया। भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा शनिवार शाम अयोध्या पहुंचे थे।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया, “साल 2024 में मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त पर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पहली चैत्र राम नवमी पर सूर्य की किरण भगवान के ललाट पर पड़ेगी। इसकी व्यवस्था की जा रही है। 300 से 400 लोग एक साथ रामलला के दर्शन कर सकते हैं।”
ये भी पढ़ें: पाकिस्तानी युवती और भारतीय युवक की LOVE STORY
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया, ”साल 2024 में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की राम नवमी के दिन भगवान का जन्म उत्सव मनाया जाएगा। राम जन्म के समय ठीक दोपहर 12:00 बजे सूर्य की किरणें कुछ देर के लिए रामलला की मूर्ति पर पड़ेंगी। इससे जन्म के समय रामलला का दर्शन बहुत ही दिव्य और भव्य होगा।
खगोल शास्त्र के लोग इसे लेकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम के जन्म के समय बहुत तेज धूप होती है। इसके साथ मंद, शीतल हवाएं सरयू के जल को स्पर्श करते हुए भगवान के पास पहुंचती हैं। यही नहीं, सरयू में लहरें तेज हो जाती हैं।